मुमुक्षा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मुमुक्षा के अनन्तर भी मोक्षसाधन केवल कर्म है या केवल उपासना है या वे दोनों मिलकर हैं अथवा ज्ञानसमुच्चित कर्म और उपासना मोक्षसाधन हैं अथवा केवल ज्ञान ही मोक्ष का साधन है , इस प्रकार परीक्षणरूप तीसरा विचार है।
- दिल जो बेजान हुए , मुह से आवाज़ लापता है, सूखे फूलों से ढका गुज़रता एक काला रास्ता है, खुद को जलाकर जो रोशन करते हैं अंधेरा, अजीब, एक सफ़र किया ऐसे टूटते दरख्तो के बीच मुमुक्षा कण मात्र प्रज्ज्वलित होता तुमसे, जलता निशीथ-दीप समान
- 10 जनवरी 1940 को गोंडल में उन्होंने भागवत दीक्षा प्राप्त कर इहलौकिक जीवन से पूर्ण रूपेण संन्यास ले लिया और मुमुक्षा की उस महान अन्तःयात्रा पर निकल पड़े जिसकी ओर जाने के लिए वेद , उपनिषद युगों से मानवमात्र का आह्वान करते आ रहे हैं।।
- लेकिन शून्य का समीकरण जब बराबर होगा तभी तो ? जब तक समीकरण के एक तरफ नरक ( या उसका भय ) तथा दूसरी तरफ स्वर्ग ( या तितिक्षा , मुमुक्षा आदि का लालच ) रहेगा तब तक समीकरण कैसे बराबर होगा ? किसी न किसी एक को तो मिटाना ही होगा .
- लेकिन शून्य का समीकरण जब बराबर होगा तभी तो ? जब तक समीकरण के एक तरफ नरक ( या उसका भय ) तथा दूसरी तरफ स्वर्ग ( या तितिक्षा , मुमुक्षा आदि का लालच ) रहेगा तब तक समीकरण कैसे बराबर होगा ? किसी न किसी एक को तो मिटाना ही होगा .
- विविध दुःख मूर्खों के हृदयरूपी वन में स्थित तथा मुमुक्षा को ( मुक्ति की इच्छा के ) सर्वप्रथम रोकनेवाले अविचाररूपी करंज वृक्ष की मंजरियाँ हैं अर्थात् जैसे करंज वृक्ष वन में उगते हैं और अपने बढ़ाव से दिशाओं को रोकते हैं वैसे ही अविचार मूर्खजनों के हृदय में वास करता है और मोक्ष की आशा को रोक देता है।