मुस्तनद का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अब ज़रूरत सिर्फ़ यह है कि इंसान इस मुस्तनद ( authentic ) कलामे इलाही को पढ़े , वह उस पर विचार करे और क़ियामत तक उससे अपने लिए रहनुमाई लेता रहे।
- मुशायरे में बहुत से मशहूर शायरों ने शिरकत की थी जिनमें उस ज़माने के मुस्तनद और माने हुए उस्ताद हकीम ' नातिक़ लखनवी' भी शामिल थे.जब ह्कीम साहब ने अपनी तरही ग़ज़ल (मुशायरे की थीम ग़ज़ल)
- उफ़ ! क्या मुसलमानों से ये मुहम्मद की मुस्तनद और तारीखी हक़ीक़त देखी नहीं जाती ? इसके चलते वह सच्चाई के दर्पन पर पथराव कर देंगे ? दुन्या के साथ चलना छोड़ देंगे .
- हदीसें बहुत सी लिखी गई हैं जिन पर कई बार बंदिश भी लगीं मगर ' ' बुख़ारी '' और '' मुस्लिम '' की हदीसें मुस्तनद मानी गई हैं मैंने इनको ही अपनी तहरीर के लिए मुन्तखिब किया है।
- पैगम्बरी के शगूफ़े के बाद इनके क़बीले की छान बीन की गई अगर उसको मुस्तनद माना जाए तो इनके नामचीन मूरिसे आला अब्द मुनाफ़ के बेटे उमरू हुए जो रोटियों के टुकड़ों की तेजारत से मालदार होकर अपना मुक़ाम बना सके .
- बर्र-ए-सगीर के फ़न-ओ-सक़ाफ़त , ख़ास तौर पर फ़न-ए-ताअमीर के ज़िमन में मुहक़्कक़ीन की ये शिकायत आम है कि इलाक़ाई रुजहानात पर ना तो रिसर्च की जाती है और ना ही इन नादिर-ओ-नायाब नुक़ूश का कोई मुस्तनद रिकार्ड आने वाली नस्लों के लिए महफ़ूज़ किया जाता है।
- यदि तमाम मुसलमान पवित्र क़ुरआन का अध्ययन पूरी तरह समझकर ही कर लें और मुस्तनद ( प्रामाणिक ) हदीसों का अनुकरण करें तो अल्लाह ने चाहा तो सभी परस्पर विरोधाभास समाप्त हो जाएंगे और एक बार फिर मुस्लिम समाज एक संयुक्त संगठित उम्मत बन जाएगा।
- जिनके बारे में उनको बताया गया था कि वह अहले इस्लाम के नज़दीक मुस्तनद हैं गो अहले इस्लाम उनको मुस्तनद न मानते हों चुनांचे ख़ुद स्वामी दयानन्द ने कुरआन मजीद पर नुकता चीनी शुरू करने से पेशतर अपनी इस पोज़िशन को बदीं अल्फ़ाज़ वाज़ेह कर दिया है।
- जिनके बारे में उनको बताया गया था कि वह अहले इस्लाम के नज़दीक मुस्तनद हैं गो अहले इस्लाम उनको मुस्तनद न मानते हों चुनांचे ख़ुद स्वामी दयानन्द ने कुरआन मजीद पर नुकता चीनी शुरू करने से पेशतर अपनी इस पोज़िशन को बदीं अल्फ़ाज़ वाज़ेह कर दिया है।
- जैसा कि मालूम है , मुहम्मद अरबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के लाए हुए दीन के साथ इस्तस्ना (अपवाद) के तौर पर ऐसा हुआ कि वह पूरे तौर पर महफ़ूज़ हो गया और जब अल्लाह का दीन महफ़ूज़ हो जाए तो उसके बाद यही महफ़ूज़ दीन रब की हिदायत को हासिल करने का मुस्तनद ज़रिया (