मूत्रवाहिनी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- मूत्र , मूत्रवाहिनी के माध्यम से मूत्राशय में प्रवेश करती है और मूत्रमार्ग के रास्ते से निकल जाती है.
- मूत्र मार्ग , छह प्रमुख अंगों-दो वृक्क (गुर्दे), दो मूत्रवाहिनी (यूरेटर), मूत्राशय और यूरिथ्रा से मिलकर बना होता है।
- मूत्र , मूत्रवाहिनी के माध्यम से मूत्राशय में प्रवेश करती है और मूत्रमार्ग के रास्ते से निकल जाती है.
- मूत्र , मूत्रवाहिनी के माध्यम से मूत्राशय में प्रवेश करती है और मूत्रमार्ग के रास्ते से निकल जाती है.
- वृक्कद्रोणि तथा मूत्रवाहिनी में पैपिलोमा ( papilloma), पैपिलरी कोर्सिनौमा (papillary carcinoma) तथा शल्कायकोशिका कैंसर (squamous cell cancer) होते हैं।
- वृक्क , मूत्रवाहिनी, मूत्राशय तथा मूत्रमार्ग में कहीं भी अकेले, अथवा और किसी अंग के समेत, उपघात हो सकता है।
- वृक्क , मूत्रवाहिनी, मूत्राशय तथा मूत्रमार्ग में कहीं भी अकेले, अथवा और किसी अंग के समेत, उपघात हो सकता है।
- प्रत्येक खण्ड के केंद्र में मूत्रवाहिनी की एक एकल शाखा होती है , जिसमें संग्रहण वाहिनी आकर रिक्त होती है.
- यह वृक्कद्रोणि , मूत्रवाहिनी तथा मूत्राशय में साधारणतया होती है, पर मूत्रतंत्र के अन्य भागों में भी हो सकती है।
- यह वृक्कद्रोणि , मूत्रवाहिनी तथा मूत्राशय में साधारणतया होती है, पर मूत्रतंत्र के अन्य भागों में भी हो सकती है।