मूलभाषा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आज अधिकतर वे लोग इस प्रदेश के भाग्यविधाता बने हुए हैं जो इस राज्य की मूलभाषा को ही नहीं जानते , जब राजनेताओं के हाल ये है तो अधिकारियों के तो माशाल्लाह।
- आज अधिकतर वे लोग इस प्रदेश के भाग्यविधाता बने हुए हैं जो इस राज्य की मूलभाषा को ही नहीं जानते , जब राजनेताओं के हाल ये है तो अधिकारियों के तो माशाल्लाह।
- केवल एक कथन की ओर आप लोगों की दृष्टि मैं और आकर्षित करूँगा , वह यह कि कुछ लोगों का यह विचार है कि मागधाी को देशभाषा मूलक मानकर मूलभाषा कहा गया है।
- 2 . 10 .2 दक्षिण के अय्यर , नय्यर , रामय्या आदि व्यक् तिनामों को हिंदी उच्चारण के अनुसार ऐयर , नैयर , रामैया आदि न लिखा जाए , क्योंकि मूलभाषा में इसका उच्चारण भिन्न है।
- ओलैंड की तरह ही मरिहमं में लगभग ८८ % जनसख्या की मूलभाषा स्वीडिश है| मरिहमं शहर का नाम रूस के अलेक्जेंडर द्वितीय की महारानी मारिया अलेक्सान्द्रोवना के नाम पर रखा गया था| मरिहमं की स्थापना 1861 में
- उनके पूर्वजों की मूलभाषा में स्थानान्तरण के परिणामस्वरूप तथा नये-नये तरह के लोगों के सम्पर्क में आने के कारण अनेक परिवर्तन आते गये , और काफी बाद उसी मूलभाषा से संस्कृत, युनानी और जर्मन भाषा जन्मी और वे स्वतंत्र रूप में अस्तित्व में आयी।
- उनके पूर्वजों की मूलभाषा में स्थानान्तरण के परिणामस्वरूप तथा नये-नये तरह के लोगों के सम्पर्क में आने के कारण अनेक परिवर्तन आते गये , और काफी बाद उसी मूलभाषा से संस्कृत, युनानी और जर्मन भाषा जन्मी और वे स्वतंत्र रूप में अस्तित्व में आयी।
- मगही भाषा के निम्नलिखित भेदों का संकेत भाषाविद कृष्णदेव प्रसाद ने किया है : - ' सा मागधी मूलभाषा ' इस वाक्य से यह बोध होता है कि भगवान गौतम बुद्ध के समय मागधी ही मूल भाषा के रुप में जन सामान्य के बीच बोली जाती थी।
- अगर सिंधी भाषा में लिखा गया कोई लेख , आलेख, संस्मरण, कहानी, गीत या ग़ज़ल - जो भी स्वरूप रचना का हो तो वह सिंधी साहित्य का हिस्सा ही है, चाहे वह भारत में बैठकर लिखा गया हो या विदेश में और वह बिल्कुल पत्रिकाओं और अख़बारों में छपता है क्योंकि सिंधी लेखक की रचना उसकी मूलभाषा में है।
- अगर सिंधी भाषा में लिखा गया कोई लेख , आलेख, संस्मरण, कहानी, गीत या ग़ज़ल - जो भी स्वरूप रचना का हो तो वह सिंधी साहित्य का हिस्सा ही है, चाहे वह भारत में बैठकर लिखा गया हो या विदेश में और वह बिल्कुल पत्रिकाओं और अखबारों में छपता है क्योंकि सिंधी लेखक की रचना उसकी मूलभाषा में है।