रज़ामन्दी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उनके आफि़स की रज़ामन्दी से ही करोड़ो के घपले उनकी नाक के नीचे ( दिल्ली मे ) हुए , या तो वो खुद बेईमान और चोर हैं या उनमे चोरी बेईमानी रोक पाने बूता नही है .
- छत्तीसगढ़ के राजनांदगाँव ज़िले का एक छोटा सा गाँव गर्रा जहां तरक्की के इस दौर में भी गाँव वालों ने आपसी रज़ामन्दी से एक ऐसा फैसला ले लिया जिससे पूरे ईलाके में दहशत का माहौल हो गया ।
- और जब तुम स्त्रियों को तलाक़ दे दो और वे अपनी निर्धारित अवधि ( इद्दत) को पहुँच जाएँ, तो उन्हें अपने होने वाले दूसरे पतियों से विवाह करने से न रोको, जबकि वे सामान्य नियम के अनुसार परस्पर रज़ामन्दी से मामला तय करें।
- सखियों के माध्यम से विवाह प्रस्ताव के रूप मे कुछ रुपये भेंट किए जाते हैं यदि युवति भेंट स्वीकार कर ले तो उस की रज़ामन्दी समझी जाती है और वर पक्ष को उस युवती का हरण करने अधिकार मिल जाता है .
- लेकिन अगर इन्सान को मामले पर मजबूर न किया और वह हालात से मजबूर होकर मामला करने पर तैयार हो जाए तो फ़िक़ही एतबार से इसमें कोई हर्ज नहीं है के इसमें इन्सान की रिज़ामन्दी ‘ ाामिल है चाहे वह रज़ामन्दी हालात की मजबूरी ही से पैदा हुई हो ) ))
- Quran - 2 : 232 और जब तुम स्त्रियों को तलाक़ दे दो और वे अपनी निर्धारित अवधि ( इद्दत ) को पहुँच जाएँ , तो उन्हें अपने होने वाले दूसरे पतियों से विवाह करने से न रोको , जबकि वे सामान्य नियम के अनुसार परस्पर रज़ामन्दी से मामला तय करें।
- इसके अलावा यह नुक्ता भी क़ाबिले तवज्जो है के अगर अमीरूल मोमेनीन ( अ 0 ) ने सुकूत इख़्तेयार कर लिया होता तो दुष्मन इसे रज़ामन्दी और बैअत की अलामत बना लेते और मुख़्लेसीन अपनी कोताही अमल का बहाना क़रार दे लेते और इस्लाम की रूह अमल और तहरीक दुनियादारी मुरदा होकर रह जाती।
- 15 . ख़बाब इबने अरत के बारे फ़रमाया , खुदा , हबाब इबने अरत पर रहमत अपनी शामिले हाल फ़रमाए , वह अपनी रज़ामन्दी से इस्लाम लाए और बखुशी हिजरत की औ ज़रूरत भर क़नाअत ( निस्पृता ) की और अल्लाह तआला के फ़ैसलों पर राज़ी रहे और मुजाहिदाना शान से ज़िन्दगी बसर की।
- तो लोगों का दीन तो यह रह गया है कि जैसे एक दफ़्आ ज़बान से चाट लिया जाए अर्थात सिर्फ़ ज़बानी इक़रार , और तुम तो उस शख़्स की तरह मुत्मइन ( संतुष्ट ) हो चुके हो कि जो अपने काम धँधों से फ़ारग़ हो गया हो और अपने मालिक की रज़ामन्दी हासिल कर ली हो।
- वैसे पारिवारिक रिश्ते के अन्दर या बाहर , शादीशुदा पर-पुरुष के साथ किसी शादीशुदा पराई नारी का यौन सम्बन्ध , उम्र में चाहे पुरुष बड़ा और स्त्री छोटी हो , या स्त्री बड़ी और पुरुष छोटा हो , आपसी रज़ामन्दी के बावज़ूद , कम से कम विकासशील देशों के वर्तमान सामाजिक ढाँचे में आसानी से स्वीकारा नहीं जाता।