रस्मो-रिवाज़ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यूँ पृथ्वीराज और शांताराम ने मिलकर , हिंदू तह जीब , हिंदू संकांफत , हिंदू रस्मो-रिवाज़ , हिंदू लिबास , हिंदू तरीक-ए-जिन्दगी को रिवाज़ दिया और इसके साथ-साथ सिनेमा के जरिए ये भी साबित करने की कोशिश की कि मुसलमान कौम मुला जिम कौम है , इस कौम में अच्छे वंफादार गुलाम भी पाये जाते हैं , लेकिन वफादार होने से क्या होता है।
- जादू है तुम्हारी उँगलियों में मत छूना मन पिछली बरसात में खोया मैं ढूंढता हूँ आज भी खुद को यहाँ-वहां तुम्हारे आस-पास . कोई ऐसे भी किसी को चाहता है भला ! कोई ऐसे भी किसी को चाहता है भला जैसे तुमने मुझे चाहा एकदम टूटकर कि दुनिया के सभी रस्मो-रिवाज़ बिखर गए , किस्सों कि दुनिया से निकलीं आत्माएं और हमारे जिस्मों में बेतरह समा गयीं .
- भले ही कोई टिपण्णी लिखे या न लिखे ! टिपण्णी तो बस एक सामाजिक रस्मो-रिवाज़ बन कर रह गयी है -एक हाथ से दे, एक ही हाथ से ले, गलती से भी दो हाथ न होने पाए !कुछ दशक पूर्व तक जब मुंशी प्रेमचंद्र, दिनकर, मथिलीशरण गुप्त , बिस्मिल , बच्चन और प्रसाद का लेखन था तो कौन था वहाँ टिपण्णी लिखने वाला ? कौन सी टिपण्णी उन्हें ऊर्जा देती थी ?ऊर्जा , प्रेरणा, जूनून सब अन्दर से आता है !.