राशि नाम का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसी प्रकार वृष , मिथुन से मीन तक 12 राशियों में 9 - 9 अक्षर होते हैं जो जातक या व्यक्तित्व के राशि नाम का प्रथम अक्षर होता है।
- ज्योंतिष में चंद्रमा को प्रमुख ग्रह माना जाता हैं क्योंकि चंद्रमा से ही जातक की राशि , नक्षत्र , राशि नाम , दशा-महादशा , स्वभाव आदि का पता चलता है।
- ज्योंतिष में चंद्रमा को प्रमुख ग्रह माना जाता हैं क्योंकि चंद्रमा से ही जातक की राशि , नक्षत्र , राशि नाम , दशा-महादशा , स्वभाव आदि का पता चलता है।
- मिथुन राशि नाम की कहानी में एक पात्र कहता है - ” बात यह है कि गाँव की औरतों को सप्ताह में दो-तीन बार नहीं पीटो तो समझती हैं कि उनका पति उन्हें प्यार नहीं करता।
- आज सुबह जन्म लेने वाले बच्चे की राशि- मेष , नक्षत्र- अश्विनी, लग्न- मेष, वर्ण- वैश्य, गण- देव, नाड़ी- आदि, योनि- अश्व, बिंशोत्तरी मतानुसार- केतु महादशा में जन्म, राशि नाम का प्रथम अक्षर ‘च'. शुभ- अमृत योग- रात्रि 12.40 से 2.
- ‘ सः ' शब्द से युक्त ‘ प्रवाह युक्त तेज पुंज ' चूँकि काफी तीब्र गति ( सूर ) में भ्रमण करता था राशि नाम , नाम में भी सः ही था यही आगे चलकर ‘ सूर ' ही ‘ सूर्य ' शब्द से जाना जाने लगा।
- वहीँ छात्रों का भी बुरा हाल था . छात्रवृति की राशि नाम मात्र की हो कर रह गई थी , इसलिए सबने अलग से कोई ना कोई काम करना शुरू कर दिया था.विदेशी छात्रों को हालाँकि अपने घरवालों से मदद मिलती थी और वे वहाँ अमीर माने जाते थे .परन्तु हम जैसे कुछ लम्बी नाक वाले मजबूरी में ही घर से जरुरत के लायक ही पैसे मंगाया करते थे.