रेखता का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- लेकिन उनकी दो और बातों पर गौर करना चाहिए- एक यह कि हिन्दी , हिन्दवी या रेखता नाम से जो भाषा थी , उसकी लिपियाँ दो थीं .
- इन सभी रचनाओं को देखकर यह कहा जा सकता है कि नामदेव की भाषा मूलतः ब्रज है और उस पर पंजाबी , राजस्थानी , रेखता और मराठी का प्रभाव है।
- इन सभी रचनाओं को देखकर यह कहा जा सकता है कि नामदेव की भाषा मूलतः ब्रज है और उस पर पंजाबी , राजस्थानी , रेखता और मराठी का प्रभाव है।
- बंगला के पयार और रेखता की गजल भी भारतेन्दु के रचनालोक में मिलती है , तो कजली , ठुमरी , लावनी , मल्हार , चैती जैसे लोक-छंदों को भी उन्होंने बखूबी साधा।
- लेकिन सब से जियादा नाश तो खुद उस ज़ुबान का हुआ है , जिसे हिंदी , हिन्दवी , हिदुस्तानी , रेखता , गूजरी , दकनी , उर्दू , वगैरह कहा गया था .
- लेकिन सब से जियादा नाश तो खुद उस ज़ुबान का हुआ है , जिसे हिंदी , हिन्दवी , हिदुस्तानी , रेखता , गूजरी , दकनी , उर्दू , वगैरह कहा गया था .
- उसके पहले ग़ज़ल की भाषा फारसी थी लेकिन उनकी उर्दू ग़ज़लों से उस दौर के दिल्ली के शायर इतने प्रभावित हुए कि उन लोगों ने भी रेखता में ग़ज़ल कहना शुरू कर दिया .
- उनके काव्य में संस्कृत के बसंत तिलका , शार्दूल, विक्रीड़ित, शालिनी आदि हिंदी के चौपाई, छप्पय, रोला, सोरठा, कुंडलियां कवित्त, सवैया घनाछरी आदि, बंगला के पयार तथा उर्दू के रेखता, ग़ज़ल छंदों का प्रयोग हुआ है।
- उनके काव्य में संस्कृत के बसंत तिलका , शार्दूल, विक्रीड़ित, शालिनी आदि हिंदी के चौपाई, छप्पय, रोला, सोरठा, कुंडलियां कवित्त, सवैया घनाछरी आदि, बंगला के पयार तथा उर्दू के रेखता, ग़ज़ल छंदों का प्रयोग हुआ है।
- 4 . अन्य विद्वान् उत्तरी भारत की ओकारांत प्रधान ब्रज आदि बोलियों को पड़ी बोली और इसके विपरीत इसे खड़ी बोली के नाम से अभिहित करते हैं, जबकि कुछ लोग रेखता शैली को पड़ी और इसे खड़ी मानते हैं।