वातापी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इनमें से अन्हिलवाड़ ( गुजरात ) वातापी और कल्याणी को राजधानी बनाकर शासन करने वाले चालुक्य वंश थे।
- छठी शती के अन्त में मंगलेश चालुक्य ने वातापी में एक गुहामन्दिर बनवाया था जिसकी वास्तुकला बौद्ध गुहा मन्दिरों के जैसी है।
- इसी प्रकार इल्वल तथा वातापी नामक दुष्ट दैत्यों द्वारा हो रहे ऋषि-संहार को इन्होंने बंद किया और लोक का महान कल्याण हुआ।
- पहले चालुक्य वंश की राजधानी वातापी थी , पर इस नये चालुक्य वंश ने कल्याणी को राजधानी बनाकर अपनी शक्ति का विस्तार किया।
- सन 642 में पल्लव राजा नरसिंहवर्मन ने चालुक्यों की राजधानी वातापी में गणेश के मंदिर को लूटा और उसके बाद तोड़ दिया .
- जब तक वातापी में मध्य चालुक्य वंश की शक्ति क़ायम रही , वेंगि के पूर्वी चालुक्यों को अपने उत्कर्ष का अवसर नहीं मिल सका।
- कहा जाता है कि पल्लव राजा नरसिंह वर्मन प्रथम ने 642 ई में चालुक्यों की राजधानी वातापी से गणेश की प्रतिमा को लूटा था .
- जब मुनि इस स्थान पर वास कर रहे थे तो उस क्षेत्र में आतापी तथा वातापी नामक दो दैत्य भाइयों ने अत्यंत आतंक फैला रखा था।
- वातापी के चालुक्य राजा न केवल वीर और विजेता थे , अपितु उन्होंने साहित्य , वास्तुकला आदि के संरक्षण व संवर्धन की ओर भी अपना ध्यान दिया।
- 620 ई . के आसपास नर्मदा नदी के दक्षिण में वातापी नरेश की सर्वत्र दुंदुभि बज रही थी और उसके समान यशस्वी राजा दक्षिण भारत में दूसरा नहीं था।