वाममार्ग का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसे वाममार्ग से क्या प्रयोजन यहाँ कोई भी यवन प्रवेश करने का दुस्साहस नहीं कर सकता और न ही वह करे ।
- ऐसा ही एक मत था वाममार्ग जिसकी मान्यता थी की माँस , मद्य , मीन आदि से ईश्वर की प्राप्ति होती हैं।
- साथ ही तांत्रिक कौल , अवधूत , कापालिक , अघोर आदि वाममार्ग में जिस शक्ति की आवश्यकता पड़ती है उसका मूल उद्गम भी गायत्री ही है।
- इसका विश्लेषण करने से पता चलता है कि इनमें पुराने मत , जैसे कपिल का योगमार्ग लकुलीशमत , कापालिक मत , वाममार्ग आदि सम्मिलित हो गये हैं।
- इसका विश्लेषण करने से पता चलता है कि इनमें पुराने मत , जैसे कपिल का योगमार्ग लकुलीशमत , कापालिक मत , वाममार्ग आदि सम्मिलित हो गये हैं।
- इन सिद्धों को हिन्दू या बौद्ध धर्म का कहना सही नहीं होगा क्योंकि ये तो वाममार्ग के अनुयायी थे और यह मार्ग दोनों ही धर्म में समाया था।
- कुछ लोग तान्त्रिक शब्द से तन्त्र दर्शन प्रतिपादित योगादिक्रियाओं का , तथा कई विचारक दक्षिण और वाममार्ग नाम से प्रसिद्ध तन्त्रपद्धति के कार्यों का निर्देश बताते हैं ।
- तांत्रिक साधनाएँ अतिक्लिष्टव उपयुक्त मार्गदर्शक के अभाव में किये जाने पर हानिकारक सिद्ध होती हैं , इसके प्रमाण देते हुए पूज्यवर ने गायत्री का गोपनीय वाममार्ग बताया है ।
- २ . श्री रामचंद्र जी के काल में वाममार्ग आदि का कोई प्रचलन नहीं था इसलिए वाममार्ग की जितनी भी मान्यताएँ हैं , उनका वाल्मीकि रामायण में होना प्रक्षिप्त हैं।
- २ . श्री रामचंद्र जी के काल में वाममार्ग आदि का कोई प्रचलन नहीं था इसलिए वाममार्ग की जितनी भी मान्यताएँ हैं , उनका वाल्मीकि रामायण में होना प्रक्षिप्त हैं।