वासुकी नाग का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- देवी अर्थात् रचनात्मक और दानवी अर्थात् ध्वंसात्मक शक्तियाँ इस समुद्र का मंथन मंदराचल शिखर पर्वत की मथानी और वासुकी नाग की रस्सी बनाकर करती हैं।
- दाहिनी ओर असुर लगे हुए हैं , जिनकी पीठ दिखलाई पर रही है तथा बांयी ओर देवगण वासुकी नाग को पकड़े हुए दिखलाये गये हैं।
- इस पर उल्टी बुद्धि वाले दैत्य , असुर, दानवादि ने सोचा कि वासुकी नाग को मुख की ओर से पकड़ने में अवश्य कुछ न कुछ लाभ होगा।
- इस पर उल्टी बुद्धि वाले दैत्य , असुर, दानवादि ने सोचा कि वासुकी नाग को मुख की ओर से पकड़ने में अवश्य कुछ न कुछ लाभ होगा।
- फिर एक तरफ देवता थे जिन्होंने मंदराचल को लपेटे वासुकी नाग की पूँछ वाला हिस्सा पकड़ा और दूसरी तरफ से दानवों को उन्होंने फन वाला हिस्सा पकड़ा दिया।
- अत : जब इस प्रकार का मंथन शुरू हुआ , तो वासुकी नाग के मुख से , जहां चौदह रत्न प्रकट हुए , वहीं घातक हलाहल भी निकला।
- देव-दानवों द्वारा किए गए समुद्र मंथन में साधन रूप बनकर वासुकी नाग ने दुर्जनों के लिए भी प्रभु कार्य में निमित्त बनने का मार्ग खुला कर दिया है।
- देव-दानवों द्वारा किए गए समुद्र मंथन में साधन रूप बनकर वासुकी नाग ने दुर्जनों के लिए भी प्रभु कार्य में निमित्त बनने का मार्ग खुला कर दिया है।
- देव-दानवों द्वारा किए गए समुद्र मंथन में साधन रूप बनकर वासुकी नाग ने दुर्जनों के लिए भी प्रभु कार्य में निमित्त बनने का मार्ग खुला कर दिया है।
- इस पर उल्टी बुद्धि वाले दैत्य , असुर , दानवादि ने सोचा कि वासुकी नाग को मुख की ओर से पकड़ने में अवश्य कुछ न कुछ लाभ होगा।