विधारा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- अश्वगंधा चूर्ण एक ग्राम + विधारा चूर्ण एक ग्राम इस मिश्रण को सुबह शाम शहद के साथ चाट कर ऊपर से अश्वगंधारिष्ट दो चम्मच पी लिया करिये।
- अश्वगंधा , विधारा, शतावरी ५०-५० ग्राम लेकर पीस लें, अब इसमें १५० ग्राम मिश्री मिलाकर रोज प्रातः एक छ्म्मच चूर्ण पानी या गो के दूध से खाते रहें!
- अश्वगंधा , विधारा, शतावरी ५०-५० ग्राम लेकर पीस लें, अब इसमें १५० ग्राम मिश्री मिलाकर रोज प्रातः एक छ्म्मच चूर्ण पानी या गो के दूध से खाते रहें!
- असगन्ध , विधारा, तालमखाना, मुलहठी और मिश्री, सब 100-100 ग्राम खूब कूट-पीसकर कपड़छान महीन चूर्ण करके मिला लें और तीन बार छानकर शीशी में भरकर एयरटाइट ढक्कन लगाएं।
- असगन्ध , विधारा, तालमखाना, मुलहठी और मिश्री, सब 100-100 ग्राम खूब कूट-पीसकर कपड़छान महीन चूर्ण करके मिला लें और तीन बार छानकर शीशी में भरकर एयरटाइट ढक्कन लगाएं।
- 100 ग्राम नागौरी असगंध , 100 ग्राम मेथी के दाने , 100 ग्राम विधारा , 100 ग्राम सौंठ , इन सभी दवाओं को कूट-पीसकर कपड़े से छान लें।
- 5 . कमजोरी : लगभग 2 से 3 ग्राम विधारा का चूर्ण मिश्री मिले दूध के साथ रोजाना सुबह-शाम सेवन करने से शरीर की कमजोरी मिट जाती है।
- १ . अश्वगंधा चूर्ण एक ग्राम + विधारा चूर्ण एक ग्राम इस मिश्रण को सुबह शाम शहद के साथ चाट कर ऊपर से अश्वगंधारिष्ट दो चम्मच पी लिया करिये।
- विधारा की जड़ आदि सभी द्रव्यों को अलग-अलग कूट-पीसकर छानकर खूब महीन चूर्ण कर लें और भस्म में मिलाकर खूब घुटाई करें , ताकि सभी द्रव्य मिलकर एक जान हो जाएँ।
- उसके बाद ताज़े विधारा के पत्ते गर्म करके घावों पर रखें और पत्ते बाँधें . हर 12 घंटे में पत्ते बदलते रहें . बहुत जल्द घाव ठीक हो जायेंगे .