वेध्य का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- का सटीक मापन धमनीय रेखा के वेधन द्वारा किया जाता है . अंतर्वाहिका नलिका से वेध्य धमनीय दाब के मापन में नलिका सुई को धमनी (सामान्यतः बहिःप्रकोष्ठिक, ऊरु,पृष्ठीय पाद या बाहु ) में चुभो कर सीधे धमनीय दाब को मापा जाता है.
- का सटीक मापन धमनीय रेखा के वेधन द्वारा किया जाता है . अंतर्वाहिका नलिका से वेध्य धमनीय दाब के मापन में नलिका सुई को धमनी (सामान्यतः बहिःप्रकोष्ठिक , ऊरु ,पृष्ठीय पाद या बाहु ) में चुभो कर सीधे धमनीय दाब को मापा जाता है.
- उसमें प्रवेश करना किसी अर्थ-संजाल में प्रवेश करना है , प्रतीकात्मक और अन्य अलंकारिक अर्थों और साहचर्यों से वेध्य एक ऐसे अति-संवेदनशील भाषा क्षेत्र में प्रवेश करना है कि वहाँ ‘पीला' को ‘लाल/भगवा' से प्रतिस्थापित करना किन्हीं दूसरे पठनों की तरफ धकेल सकता हैः
- खामोश और संजीदा दिखते वैद ने अपने मन को इस ' इन्द्राज ' ( डायरिओं को दिया उनका पुकारू नाम ) से जितनी ईमानदारी से बांटा है , उससे वह पहले से कहीं ज्यादा वेध्य ही नहीं , बोध्य भी हो चले हैं।
- अवेध्य परिश्रवण ( लैटिन सुनना के लिए प्रयुक्त शब्द) और घट-बढ़ मापन, वेध्य मापन से सरल और त्वरित है, जिसे ठीक बैठाने के लिए कम निपुणता की ज़रूरत है, वास्तव में बिना किसी समस्या के, और रोगी के लिए कम असुखद और दुखदाई है.
- अवेध्य परिश्रवण ( लैटिन सुनना के लिए प्रयुक्त शब्द) और घट-बढ़ मापन, वेध्य मापन से सरल और त्वरित है, जिसे ठीक बैठाने के लिए कम निपुणता की ज़रूरत है, वास्तव में बिना किसी समस्या के, और रोगी के लिए कम असुखद और दुखदाई है.
- उन्होंने वैसा सुन्दर साँप कभी थोड़े ही देखा होगा - कम-से-कम उतना असहाय और वेध्य ? यों तो मैंने भी कभी नहीं देखा , स्वप्न में भी नहीं , यद्यपि सपने मैंने एक-से-एक सुन्दर देखे हैं , जिन्हें मैं कह भी नहीं सकता।
- उसमें प्रवेश करना किसी अर्थ-संजाल में प्रवेश करना है , प्रतीकात्मक और अन्य अलंकारिक अर्थों और साहचर्यों से वेध्य एक ऐसे अति-संवेदनशील भाषा क्षेत्र में प्रवेश करना है कि वहाँ ‘ पीला ' को ‘ लाल / भगवा ' से प्रतिस्थापित करना किन्हीं दूसरे पठनों की तरफ धकेल सकता हैः
- लेकिन जहाँ ये वेध्य हैं , वहाँ इनकी व्याज स्तुति क्यों कर ? आप उस प्रधानमन्त्री के बारे में एक लम्हा सोचिए, '' जो आज़ादी की हर लड़ाई पर/ शर्मिंदा है और माफ़ी मांगता है पूरी दुनिया में/ जो एक बेहतर गुलामी के राष्ट्रीय लक्ष्य के लिए कुछ भी/ कुरबान करने को तैयार है”।
- लेकिन जहाँ ये वेध्य हैं , वहाँ इनकी व्याज स्तुति क्यों कर ? आप उस प्रधानमन्त्री के बारे में एक लम्हा सोचिए, '' जो आज़ादी की हर लड़ाई पर/ शर्मिंदा है और माफ़ी मांगता है पूरी दुनिया में/ जो एक बेहतर गुलामी के राष्ट्रीय लक्ष्य के लिए कुछ भी/ कुरबान करने को तैयार है”।