वैद्या का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ये पूरा प्रकरण 1997 में शुरु हुआ जब टोहड़ा ने कट्टरपंथी सिख नेता जरनैल सिंह भिंडरांवाले के पुत्र और प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी और जनरल एएस वैद्या के हत्यारों के परिजनों को सम्मानित किया .
- समाचार अब कोई रियलिटी शो नहीं करेंगे देबोजीत राहुल वैद्या नटार प्लस के रियलिटी शो ' जो जीता वही सुपरस्टार' का खिताब जीतकर अपने चाहने वालों के दिलों में एक बार फिर छा गये हैं।
- मैं जीने लगी थी तेरी बाहों की छायो में पर तूने दूर छिटक दिया जानवर समझ कर . ....... कीर्ती वैद्या ....07/07/2009 दर्द तो होगा पत्यिया तो नहीं थी फूल की जों तोड - मोड़ फेंक दी....
- लेकिन करण कुंद्रा , रविश देसाई , हासन जैदी , नंदिनी वैद्या , शीतल सिंह , अपर्णा बाजपेयी ने मेहनत की है हाँ , माया की भूमिका करने वाली आत्मा का नाम भी मुझे नहीं मिला .
- सो , बेंकर दोस्त मुकेश वैद्या के साथ मिल मक्खियों के भगवान - मार्को देनेवी मार्को देनेवी (1922-1998) एक अर्जेंटीनी साहित्यकार एवं पत्रकार थे, नैतिक मूल्यों और सिद्धांतों के हक़ में लिखने वाले प्रतिबद्ध उपन्यासकार-लेखक के रूप में उनकी प्रसिद्धि है.
- शायद मिले फिर वे काली उलझी सड़क पे पक्के सुलझे संवाद थे धूप - उषण में जले प्यासे पिघले ख्वाब थे हवाओ के तूफ़ान में मन के भीगे भावः थे शायद मिले फिर वे सागर सीने में तूफ़ान थे . ..... कीर्ती वैद्या..... 25
- पूर्व पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता विजय वैद्या , जो पिछले कई दशक से अभिभावकों को उनके गुमशुदा हुए बच्चों को ढूंढ़ने में मदद कर रहे हैं , उनका मानना है कि पांच साल से कम उम्र के बच्चों के खोने की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
- वो जला भुझा टुकडा मुझे घुर रहा था सब कुछ जल जाने के बाद भी मासूम बेजुबान मेज पर पड़ा था पता नहीं हँसू की रोऊँ , तुम्हारी आँखों की याद दिला रहा था कहना तो अब भी बहुत है, पर अब खामोशियों का शहर आबाद था..... कीर्ती वैद्या ...
- वो जला भुझा टुकडा मुझे घुर रहा था सब कुछ जल जाने के बाद भी मासूम बेजुबान मेज पर पड़ा था पता नहीं हँसू की रोऊँ , तुम्हारी आँखों की याद दिला रहा था कहना तो अब भी बहुत है, पर अब खामोशियों का शहर आबाद था..... कीर्ती वैद्या ... 27
- से 0 नि 0 जस्टिस रजिन्दर सच्चर , मगसेसे पुरुसकर से सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता और सोशलिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ संदीप पाण्डेय , सोशलिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ प्रेम सिंह , सोशलिस्ट युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अभिजीत वैद्या और बाबी रमाकांत ने इन उपरोक्त मुद्दों पर सोशलिस्ट पार्टी की भूमिका को समर्थन दिया है।