व्यंग्यार्थ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- दूसरे अर्थ की ध्वनि लाक्षणिक है ' व्यंग्यार्थ' है 'मीठे स्वाद
- दूसरे अर्थ की ध्वनि लाक्षणिक है ' व्यंग्यार्थ' है 'मीठे स्वाद
- व्यंजक या लक्षक वाक्य का जब तक व्यंग्यार्थ के साथ
- लंगर जहाज के लिए बड़ा सहारा होता है , अतएव व्यंग्यार्थ
- किंतु व्यंग्यार्थ की प्रतीति केवल सहृदयों को हो सकती है।
- लक्ष्यार्थ में और ( 3) व्यंग्यार्थ में।
- द्वारा व्यंग्यार्थ व्यंजित हो , अर्थात् प्रधान व्यंग्य (3) रसादि की
- व्यंग्यार्थ भी अर्थ ही होता है।
- यह व्यंग्यार्थ अभिधेयार्थ तथा लक्षणा अभिव्यक्ति अर्थ से भिन्न होता है।
- अपेक्षा उसकी प्रधानता संदिग्ध रहती है या वाच्यार्थ व्यंग्यार्थ की बराबर