शतधन्वा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उन्हें पीछे आते देख शतधन्वा भयभीत होकर अश्व से कूद गया और पैदल ही घने वन की ओर दौड़ने लगा।
- बलराम जी ने कहा - ' इसमे सन्देह नहीं कि शतधन्वा ने स्यमंतक मणि को किसी न किसी के पास रख दिया है।
- अक्रूर और कृतवर्मा इस प्रकार बहकाने पर शतधन्वा उनकी बातों में आ गया और उस महादुष्ट ने लोभवश सोये हुए सत्राजित को मार डाला।
- इसलिए जब उन्होंने सुना कि भगवान श्रीकृष्ण ने शतधन्वा को मार डाला है , तब वे अत्यंत भयभीत होकर द्वारका से भाग खड़े हुए।
- ' जब कृतवर्मा ने उसे इस प्रकार टका सा जवाब दे दिया , तब शतधन्वा ने सहायता के लिए अक्रूर जी से प्रार्थना की।
- परन्तु जब मणि नहीं मिली तब भगवान श्रीकृष्ण ने बड़े भाई बलराम जी के पास आकर कहा - ' हमने शतधन्वा को व्यर्थ ही मारा।
- फिर भगवान श्रीकृष्ण का स्मरण कर उसने यह प्रतिज्ञा की कि जब तक श्रीकृष्ण शतधन्वा का वध नहीं कर देंगे , वह अपने पिता का दाह-संस्कार नहीं होने देगी।
- हमें यह बात पहले से ही मालूम है कि शतधन्वा आपके पास वह स्यमन्तक मणि छोड़ गया है , जो बड़ी ही प्रकाशमान और धन देने वाली है।
- फिर भगवान श्रीकृष्ण का स्मरण कर उसने यह प्रतिज्ञा की कि जब तक श्रीकृष्ण शतधन्वा का वध नहीं कर देंगे , वह अपने पिता का दाह-संस्कार नहीं होने देगी।
- अब सत्राजित भी अपने भाई प्रसेन की तरह क्यों न यमपुरी में जाय ? ' शतधन्वा पापी था और अब तो उसकी मृत्यु भी उसके सिर पर नाच रही थी।