शिखरिणी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- बस्ती में ' शिखरिणी ' खेला था ? “ अर्जुनदास सुना रहा था , ” रात इतनी देर से शो खत्म हुआ कि सामान समेटते - समेटते एक बज गया।
- ' जाल फेंक रे मछेरे ' ' नोहर के नाहर ' ( जीवनी ) ' जाड़े में पहाड ' और ' शिखरिणी ' उनके अब तक प्रकाशित महत्वपूर्ण नवगीत संग्रह हैं।
- ' जाल फेंक रे मछेरे ' ' नोहर के नाहर ' ( जीवनी ) ' जाड़े में पहाड ' और ' शिखरिणी ' उनके अब तक प्रकाशित महत्वपूर्ण नवगीत संग्रह हैं।
- शिवमहिम्नस्तोत्र का मन्द्र गम्भीर शिखरिणी छन्द , पिता के भारी और ओजस्वी कंठ स्वर में गाए हुए शार्दूल विक्रीडित के छन्द, जिनमें कुछ उन्होंने भी कंठस्थ कराये थे और जो अभी तक अविस्मृत हैं।
- रसैः रुद्रैश्छिन्ना यमनसभला गः शिखरिणी जिसमें यगण , मगण, नगण, सगण, भगण और लघु तथा गुरु के क्रम से प्रत्येक चरण में वर्ण रखे जाते हैं और 6 तथा 11 वर्णों के बाद यति होती है, उसे शिखरिणी छन्द कहते हैं;
- रसैः रुद्रैश्छिन्ना यमनसभला गः शिखरिणी जिसमें यगण , मगण, नगण, सगण, भगण और लघु तथा गुरु के क्रम से प्रत्येक चरण में वर्ण रखे जाते हैं और 6 तथा 11 वर्णों के बाद यति होती है, उसे शिखरिणी छन्द कहते हैं;
- ' जाल फेंक रे मछेरे ' ' शिखरिणी ' ' जाड़े में पहाड़ ' गीत संग्रह , ' नोहर के नाहर ' ' स्वयंप्रभ ' ' स्वान्त : सुखाय ' ' नवगीत दशक ' ' विश्व हिन्दी दर्पण ' तथा सात मूर्धन्य कवियों के काव्य संकलनों का सम्पादन।
- ' जाल फेंक रे मछेरे ' ' शिखरिणी ' ' जाड़े में पहाड़ ' गीत संग्रह , ' नोहर के नाहर ' ' स्वयंप्रभ ' ' स्वान्त : सुखाय ' ' नवगीत दशक ' ' विश्व हिन्दी दर्पण ' तथा सात मूर्धन्य कवियों के काव्य संकलनों का सम्पादन।
- ' जाल फेंक रे मछेरे ' ' शिखरिणी ' ' जाड़े में पहाड़ ' गीत संग्रह , ' नोहर के नाहर ' ' स्वयंप्रभ ' ' स्वान्त : सुखाय ' ' नवगीत दशक ' ' विश्व हिन्दी दर्पण ' तथा सात मूर्धन्य कवियों के काव्य संकलनों का सम्पादन।
- इस ग्रंथ में आचार्य ने छंदविशेष में कविविशेष के अधिकार की चर्चा की है , जैसे अनुष्टुप छंद में अभिनन्द का , उपजाति में पाणिनि का , वंशस्थ में भारवि का , मन्दाक्रान्ता में कालिदास , वसन्ततिलका में रत्नाकर , शिखरिणी में भवभूति , शार्दूलविक्रीडित में राजशेखर का।