शिताब का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यह ख़त अपने मामू साहब को पढ़ा देना और फ़र्द उनसे लेकर पढ़ लेना और जिस तरह उनकी राय में आए , उस पर हसूल-ए-मतलिब की बिना उठाना, और इन सब मदारिज का जवाब शिताब लिखना।
- यह दो मुसाहिब मेरे यूँ गए , एक मुर्दा , एक दिल अफ़सुर्दा कौन है जिसको तुम्हारा सलाम कहूँ ? यह ख़त अपने मामू साहब को पढ़ा देना और फ़र्द उनसे लेकर पढ़ लेना और जिस तरह उनकी राय में आए , उस पर हसूल-ए-मतलिब की बिना उठाना , और इन सब मदारिज का जवाब शिताब लिखना।
- जिसकी बात सोच कर , चाँद तक बेताब है, अक्स के वज़न सी ही, समुन्द्र इज्तानाब है, ख़याल जिसका कर के ही पहाड़ बढ़ नहीं सके, सांस जिसकी चलने सी पल भागता शिताब है, समस्त ताकतों का वो एक इज़तेराब है, खुले हुए गगन को भी जो नापता हिसाब है, वो ही तो है जो आज तक बना नहीं सके हैं हम, आदमी बहुत से हैं, मनुष्य हो ये ख्वाब है... - अनुभव