शुम्भ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- शुम्भ का अर्थ होता है प्रकाशित या चमकदार और निशुम्भ का मतलब है मारक , प्राण हरनेवाला।
- देवी का थप्पड़ खाकर दैत्यराज शुम्भ पृथ्वी पर गिर पडा किन्तु पुनः सहसा पूर्ववत उठकर खडा हो गया।
- दुर्गा ने महिषासुर , शुम्भ , निशुम्भ आदि राक्षसों का वध करके जनता को कुतंत्र से मुक्त कराया था।
- दुर्गा ने महिषासुर , शुम्भ , निशुम्भ आदि राक्षसों का वध करके जनता को कुतंत्र से मुक्त कराया था।
- देवी गौरी के अंश से ही कौशिकी का जन्म हुआ जिसने शुम्भ निशुम्भ के प्रकोप से देवताओं को मुक्त कराया .
- फिर श्री महर्षि मेधा ने महिषासुर , चंड मुंड , रक्तबीज , और शुम्भ निशुम्भ वध की कथाएँ सुनाईं ।
- देवासुर संग्राम में शुम्भ निशुम्भ , चंडमुंड , रक्तबीज , महिषासुर आदि आसुरी शक्तियों का विनाश दुर्गा ने किया .
- भाई को गिरता देख शुम्भ देवी से युद्ध करने बढ़ा , तब चंडिका ने उसे भी त्रिशूल से संहारा ।
- उस समय अम्बिका देवी ने जो सैकड़ों दिव्य अस्त्र छोडे उन्हें दैत्यराज शुम्भ ने उनके निवारक अस्त्रों द्वारा काट डाला।
- देवी गौरी के अंश से ही कौशिकी का जन्म हुआ जिसने शुम्भ निशुम्भ के प्रकोप से देवताओं को मुक्त कराया .