सव्य का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- नदी के तट पर जनेऊ देव , ऋषि , पितृ के अनुसार सव्य और अपसव्य में कुश हाथ में लेकर हाथ के बीच , उंगली व अगूंठे से संपूर्ण तर्पण करें नदी तट के अभाव में ताम्र पात्र में जल , जौ , तिल , पंचामृत , चंदन , तुलसी , गंगाजल आदि लेकर तर्पण करें।
- पिपीलिका के लिए सव्य होकर पत्ते पर भोग लगाकर पिपीलिका को दे , इसके बाद हाथ में जल लेकर ॐ विष्णवे नम : ॐ विष्णवे नम : ॐ विष्णवे नम : बोलकर ये कर्म भगवान विष्णु जी के चरणों में छोड़ दे ! इस कर्म से आपके पत्र बहुत प्रसन्न होंगे एवं आपके मनोरथ पूर्ण करेंगे !
- सामने आकांक्षा की झील की हिलकती पर्त भूरी दूरियों के थूथनों पर ढरकी टिकी हैं और मेरी सव्य साची-लक्ष-गन्धें परसने को सघी ही सघी जा रही हैं और मेरी आस्था की रास पंथ-शोधी-दृष्टियों के सारथी के हाथ बस , अभी क्षण बाद मेरी यात्राओं का साक्षी यह संजयी-सूरज दिशाओं में कुम-कुम उड़ा कर सूचना देगा- आकांक्षा में गन्धों के विलय की ! -
- तपंण करने वाला व्यक्ति इस प्रकार देव- ॠषि- पितरों सहित प्राणिमात्र की तृप्ति के निमित्त उपर्युक्त रुपों में तपंण की समाप्ति पर सव्य यज्ञोपवीती होकर तथा अपनी अंजलि में पुनः जल लेकर प्रार्थनापरक मंत्रों के साथ बह्मा , विष्णु , महेश , सूर्य , मित्र , वरुण आदि समस्त देव शक्तियों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है ऐसी महान है हिंदू तपंण की परम्परा।
- संकल्प लें - राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि मानने का ! फिर मुकाबला हम चुटकियों में जीत लेगें बगैर किसी नुकसान विशेष के ! हमारे ऋषियों ने तो बहुत पहले ही ' ' अथर्व-वेद ' में कहा है “ कृतं में दक्षिणे हस्ते , जयो मे सव्य आहितः ” अर्थात् मेरा पुरुषार्थ मेरे दाहिनें हाथ में है तो जीत बाँयें हाथ का खेल है ..... !
- कश्यप क्लब्स की वेबसाइट पर आपका हार्द्धिक स्वागत है ये एक प्रयास है सभी को एक नए मचं पे लाने का जहा पर हम सब मिल कर कुछ नया कर सके , इसका उद्शेय लोगो में एकता और एकजुटता को बढ़ावा देने और सव्य को बेहतर कल के लिए तैयार करना है, आपकी प्रगति और आपके सामाजिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, बौद्धिक और आर्थिक विकास के लिए सदा आपके साथ है, कश्यप क्लब्स
- ३ ७ ( उत्थान / प्रयत्न के फलित हो जाया करने की दशा में मृत्यु , वार्धक्य आदि से मुक्ति होने का उल्लेख ) , ३ ५ ० . १ ४ ( ब्रह्मा द्वारा चरणों में पडे शिव का सव्य पाणि से उत्थापन करने का उल्लेख ) , अनुशासन १ ७ . १ २ ९ ( उत्थान : सर्वकर्मणाम् : शिव के सहस्र नामों में से एक ) , ४ १ .