सान्दीपनि का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उज्जैन का स्मरण होते ही कृष्ण , सान्दीपनि, सुदामा, सान्दीपनि आश्रम में खड़े नन्दी वाला शिवाला, भर्तृहरि की गुफा, भगवान कालभैरव पर तांत्रिकों का अड्डा, मंगलनाथ, सिद्धपीठ, पिंगलेश्वर, पंचक्रोशी यात्रा, दत्त का अखाड़ा, सिन्हस्थ और महाकाल का मन्दिर आदि सबकी याद हो आती है।
- {{ menu }} == सुदामा / [[ : en : Sudama | Sudama ]] == * भगवान श्री [[ कृष्ण ]] जब अवन्ती में महर्षि [[ सान्दीपनि ]] के यहाँ शिक्षा प्राप्त करने के लिये गये , तब सुदामा जी भी वहीं पढ़ते थे।
- श्रीराम ने जी भर कर मुझे उज्जैन की सैर करायी थी - शिप्रा का तट , हर सिद्धी और महाकाल के मन्दिर , शहर के बीचों-बीच बड़े गणेश का मन्दिर और उससे लगा गणिकाओं का इलाका , भर्तृहरि की गुफा , कालियादह पैलेस , सान्दीपनि का आश्रम और दूसरी देखने लायक जगहें।
- श्रीराम ने जी भर कर मुझे उज्जैन की सैर करायी थी - शिप्रा का तट , हर सिद्धी और महाकाल के मन्दिर , शहर के बीचों-बीच बड़े गणेश का मन्दिर और उससे लगा गणिकाओं का इलाका , भर्तृहरि की गुफा , कालियादह पैलेस , सान्दीपनि का आश्रम और दूसरी देखने लायक जगहें।
- व्यास जैसे महर्षि , युधिष्ठिर जैसे धर्मात्मा , भीष्म पितामह जैसे शूर-वीर एवं प्र तापी , विदुर जैसे नीतिज्ञ , अर्जुन एवं भीम जैसे योद्धा , सहदेव जैसे ज्ञानी , सान्दीपनि जैसे ऋषि , द्रौपदी एवं कुंती जैसी कुलांगनाएं आदि ईश्वर बुद्धि से उनके चरणों में नतमस्तक होकर स्वयं को धन्य मानते थे।
- व्यास जैसे महर्षि , युधिष्ठिर जैसे धर्मात्मा , भीष्म पितामह जैसे शूर-वीर एवं प्र तापी , विदुर जैसे नीतिज्ञ , अर्जुन एवं भीम जैसे योद्धा , सहदेव जैसे ज्ञानी , सान्दीपनि जैसे ऋषि , द्रौपदी एवं कुंती जैसी कुलांगनाएं आदि ईश्वर बुद्धि से उनके चरणों में नतमस्तक होकर स्वयं को धन्य मानते थे।
- यह एक प्रमुख धार्मिक शहर है जिसे हरिशचन्द्र की मोक्षभूमि , सप्तर्षियों की र्वाणस्थली , महर्षि सान्दीपनि कीतपोभूमि , श्रीकृष्ण की शिक्षास्थली , भर्तृहरि की योगस्थली , सम्वत प्रवर्त्तक सम्राट विक्रम की साम्राज्य धानी , महाकवि कालिदास की प्रिय नगरी , विश्वप्रसिद्ध दैवज्ञ वराह मिहिर की जन्मभूमि , जो अवन्तिका अमरावतीउज्जयिनी कुशस्थली , कनकश्रृंगा , विशाला , पद्मावती , उज्जयिनी आदि नामों से समय-समय पर प्रसिद्धिमिलतीरही शिप्रा नदी [ शिप्रा का अर्थ होता है धीमा वेग और करधनी ] के तट पर हर बारह साल में एक बार सिंहस्थ महाकुंभका आयोजन किया जाता है .