सावित्रि का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- दरअसल , हकीकत यही है कि हिंदी सिने जगत में ही नहीं , आमतौर पर हिंदी सिनेमा के दर्शकों को महिलाओं का न तो आॅन स्क्रीन सती सावित्रि या सिंदूर लगी अभिनेत्री के किरदार पसंद आते हैं और न ही वास्तविक जिंदगी में .
- सत्यवान के मन में पले बड़े हुए वासनाई कीड़े को , अधिक लाड़ प्यार लड़ाने की भारी ग़लती के कारण, वह भिखारन पागल औरत, नाबालिक कन्या मंदिरा और पत्नी सावित्रि देवी के साथ-साथ उनके तीन साल के बेटे को,अंधकारमय भविष्य के पतन की खाई में सत्यवान ने धकेल दिया..!!
- मनीषा जी काश आप सीमान ऑन दी बुवार की सेंकेंड सेक् स के साथ साथ महर्षि अरविंद की सावित्रि भी पढी होती तो नारी देह के मांसल सौंदर्य और यौन भूगोल की जगह वात् सल् य और ममत् व की अंतर्दृष् टि से भी आपका साक्षात् कार हो पाता।
- वट सावित्रि व्रत ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को सम्पन्न किया जाता है यह स्त्रियो का महत्वपूर्ण पर्व है इस दिन सत्यावान सावित्रि तथा यमराज की यमराज की पूजा की जाती है सावित्रि ने इसी व्रत के प्रभाव से अपने मृतक पति सत्यवान को धर्मराज से छुडाया था ।
- वट सावित्रि व्रत ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को सम्पन्न किया जाता है यह स्त्रियो का महत्वपूर्ण पर्व है इस दिन सत्यावान सावित्रि तथा यमराज की यमराज की पूजा की जाती है सावित्रि ने इसी व्रत के प्रभाव से अपने मृतक पति सत्यवान को धर्मराज से छुडाया था ।
- वट सावित्रि व्रत ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को सम्पन्न किया जाता है यह स्त्रियो का महत्वपूर्ण पर्व है इस दिन सत्यावान सावित्रि तथा यमराज की यमराज की पूजा की जाती है सावित्रि ने इसी व्रत के प्रभाव से अपने मृतक पति सत्यवान को धर्मराज से छुडाया था ।
- सत्यवान के मन में पले बड़े हुए वासनाई कीड़े को , अधिक लाड़ प्यार लड़ाने की भारी ग़लती के कारण , वह भिखारन पागल औरत , नाबालिक कन्या मंदिरा और पत्नी सावित्रि देवी के साथ-साथ उनके तीन साल के बेटे को , अंधकारमय भविष्य के पतन की खाई में सत्यवान ने धकेल दिया ..
- इस अवसर पर सहायक अभियन्ता सागर यादव , अवर अभियन्ता अशोक यादव , सभासद जहीर सेराज , नूरजहां इस्माईल , विजय प्रताप सिंह , मु 0 अतहर , शोएब नोमानी , प्राथमिक स्कूल की प्रबन्धक सावित्रि देवी , कारी रशीद , अहमद , मास्टर इजहार , के अलावा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
- पौराणिक सत्य काल में , एक सती सावित्रि देवी ने अपने सतीत्व के तपोबल पर, यमराज के मृत्युपाश से, अपने पति सत्यवान को छुड़ाया था और आज कलयुग में एक सत्यवान ने अपनी आचारभ्रष्ट हरकतों से, बेकसूर पत्नी सावित्रि देवी-बेटे को,समाज में मान भंग कराके, उसके पीहर, वन वास भेज कर, जीते जी मृत्युपाश में धकेल दिया था?
- पौराणिक सत्य काल में , एक सती सावित्रि देवी ने अपने सतीत्व के तपोबल पर, यमराज के मृत्युपाश से, अपने पति सत्यवान को छुड़ाया था और आज कलयुग में एक सत्यवान ने अपनी आचारभ्रष्ट हरकतों से, बेकसूर पत्नी सावित्रि देवी-बेटे को,समाज में मान भंग कराके, उसके पीहर, वन वास भेज कर, जीते जी मृत्युपाश में धकेल दिया था?