सिक्ख पंथ का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उन्हें डर था कि अगर बहुत बड़ी संख्या में अछूत सिक्ख बन गये तो वे मूल सिक्खों पर हावी हो जाएंगे और अंबेडकर , सिक्ख पंथ के नेता बन जाएंगे।
- उन्हें डर था कि अगर बहुत बड़ी संख्या में अछूत सिक्ख बन गये तो वे मूल सिक्खों पर हावी हो जाएंगे और अंबेडकर , सिक्ख पंथ के नेता बन जाएंगे।
- उन्हें डर था कि अगर बहुत बड़ी संख्या में अछूत सिक्ख बन गये तो वे मूल सिक्खों पर हावी हो जाएंगे और अंबेडकर , सिक्ख पंथ के नेता बन जाएंगे।
- गुरु हरगोबिंद सिंह ने एक मज़बूत सिक्ख सेना संगठित की और अपने पिता गुरु अर्जुन के ( मुग़ल शासकों (1606) के हाथों पहले सिख शहीद) निर्देशानुसार सिक्ख पंथ को योद्धा-चरित्र प्रदान किया था।
- पंजाबी साहित्य की उत्पत्ति को 13 वीं शताब्दी के मुसलमान सूफी संत शेख़ फरीद के रहस्यवादी और धार्मिक दोहों तथा सिक्ख पंथ के संस्थापक , 15वीं-16वीं शताब्दी के गुरु नानक से जोड़ा जा सकता है।
- गुरु हरगोबिंद सिंह ने एक मज़बूत सिक्ख सेना संगठित की और अपने पिता गुरु अर्जुन के ( मुग़ल शासकों ( 1606 ) के हाथों पहले सिख शहीद ) निर्देशानुसार सिक्ख पंथ को योद्धा-चरित्र प्रदान किया था।
- पंजाबी साहित्य की उत्पत्ति को 13 वीं शताब्दी के मुसलमान सूफी संत शेख़ फरीद के रहस्यवादी और धार्मिक दोहों तथा सिक्ख पंथ के संस्थापक , 15 वीं- 16 वीं शताब्दी के गुरु नानक से जोड़ा जा सकता है।
- इस भूमिका में उन्होंने यूरोप और उत्तरी अमेरिका के एक दौरे में भाग लिया जिसमें उन्होंने पश्चिमी गोलार्ध में सिक्ख पंथ के नए प्रक्षेत्र का दौरा किया , जिसमें सीरी सिंह साहिब हरभजन सिंह खालसा योगीजी (योगी भजन) द्वारा स्थापित किये गए लक्ष्य पर विशेष ध्यान दिया.
- इस भूमिका में उन्होंने यूरोप और उत्तरी अमेरिका के एक दौरे में भाग लिया जिसमें उन्होंने पश्चिमी गोलार्ध में सिक्ख पंथ के नए प्रक्षेत्र का दौरा किया , जिसमें सीरी सिंह साहिब हरभजन सिंह खालसा योगीजी (योगी भजन) द्वारा स्थापित किये गए लक्ष्य पर विशेष ध्यान दिया.
- भारत मे इस्लाम अजमेर की ख्वाजा साहब के कारण नहीं बल्कि बाह्य आक्रमण कारियों के पैशाचिक मानसिकता के कारण फैला है , उन नर पिशाचो ने करोड़ो लोगो को यातनाए दी , जिनहोने इस्लाम नहीं कबूला उन्हे मार डाला , उन्ही आतताइयों के कारण गुरु गोविंद सिंह जी महाराज जी ने महान सिक्ख पंथ का निर्माण किया जिससे भारत मे इस्लामिक अत्याचार बंद हो सका ।