सियाह का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सच और सफ़ेदी को करते सियाह हैं
- सियाह रात ! तुझे रौशनी सताने लगी
- फ़र्द-ए-अमल सियाह किये जा रहा हूँ मैं
- सियाह रात , नहीं नाम लेती ढलने का,
- हद्द-ए-निगाह तक ये ज़मीं है सियाह फिर
- पागल-आँखों , सपने सियाह बदमस्त शुरु !
- काली सियाह बीमार आँखे , आसमान को देख रही हैं
- बुझा कर चाँद के मशाल सियाह परचम उड़ाते है
- काला है सब . सियाह है सब कु छ.
- काला है सब . सियाह है सब कु छ.