सुनाई पड़ना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- हालांकि 68 दिन के लंबे अनशन की वजह से उन्हें आंखों से दिखाई और सुनाई पड़ना कम हो गया फिर भी वे जागृत और सचेत थे और चिकित्सा सुविधाओं की वजह से स्वास्थ्य धीरे-धीरे ठीक हो रहा था।
- शाहरुख को कई तरह की आवाजें सुनाई पड़ना , ‘दर्द ए डिस्को' गाने के फौरन बाद आग लगना, उनकी बूढ़ी मां (किरण खेर) का ओम की कार का पीछा करते हुए दिखना (जो फिल्म ‘करण-अर्जुन' की याद दिला जाता है)
- रात के समय में और भोजन करने के बाद पेट फूलकर दर्द होना , पेट में गड़गड़ाने की आवाजें सुनाई पड़ना , पूरे पेट के तल में दर्द होना , मुंह में पानी भर जाना , मुंह तथा हाथ-पैर ठंडे होकर ऐंठन होना आदि।
- इसके उदाहरण कभी-कभी बड़े रोचक होने लगते हैं , लेकिन ब्रितानी हिन्दी में उन्हें सहज रूप से स्वीकार किया जाता है , जैसे कीर्ति का कर्टी , गुरुमूर्ति का गुरुमर्टी , धवन का डवन या डॉवन और कान्ता का काँटा या कैंटा सुनाई पड़ना आम बात है ।
- अपने शेष बचे जीवन में सुख की कामना से भरे अपर्णा और कौशल के बेहद निजी क्षणों में वतावरण के सन्नाटे को तोड़ते आदिवासी स्वर-लहरियों के बीच नई सुबह की पगध्वनियों का सुनाई पड़ना कहीं न कहीं निजता को सार्वजनिकता में बदल डालने के प्रेम के अकूत सामर्थ्य का ही पुनरान्वेषण है .
- दो कविताएँ नींद की गोली न जाने किस पदार्थ किस रसायन और किस विश्वास के साथ बनी है ये कि इसे खाने पर कुछ ही देर बाद सफ़ेद जलहीन बादलों की तरह झूटा दिलासा लिए तैरती आती है नींद लेकिन जारी रहता है दुनिया का सुनाई पड़ना आसपास होती हरक़तों का महसूस होना जारी रहता [ ...]
- दो कविताएँ नींद की गोली न जाने किस पदार्थ किस रसायन और किस विश्वास के साथ बनी है ये कि इसे खाने पर कुछ ही देर बाद सफ़ेद जलहीन बादलों की तरह झूटा दिलासा लिए तैरती आती है नींद लेकिन जारी रहता है दुनिया का सुनाई पड़ना आसपास होती हरक़तों का महसूस होना जारी रहता [ ...]
- इस प्रकार के लक्षणों के अतिरिक्त रोगी में इस प्रकार लक्षण हों जैसे- पेट फूलना , पेट गड़गड़ाना , अधिक शरीर का खून नष्ट होना या वीर्य का नष्ट होना , कान में भों-भों शब्द सुनाई पड़ना आदि तो ऐसे रोगी के रोग को ठीक करने के लिए चायना औषधि की 3 या 6 शक्ति का उपयोग करना लाभकारी होता है।
- शरीर के सभी अंग ठंडे तथा नीले पड़ जाना तथा विशेषकर के हाथ तथा पैर , बेचैनी या छटपटी होना , पैरों में ऐंठन होना , नाड़ी सूत की तरह कमजोर हो जाना , आवाज कम सुनाई पड़ना , आंखें अंदर की ओर धंसना , कान बंद महसूस होना तथा पतले पदार्थ या पानी पीने के समय में कल-कल या घर-घर शब्द होना आदि।
- तिलिस्म के भीतर बाजे से गाना सुनाई पड़ना , आधुनिक केसेट रेकार्ड की भाँति, किसी चौकी का चलना, ऊपर नीचे आना (लिफ्ट) चलने वाली पुतलियाँ, (स्यूडोरोबो) स्वतः खुलने और बन्द होने वाले दरवाजे आटोमेटिक डोर, आज कोई आश्चर्य उत्पन्न नहीं करते पर उस युग में इस प्रकार के विवरण किसी पाठक को चमत्कृत करने के लिए पर्याप्त ही नहीं वरन व प्रभावी रूप में लोकरंजन करने में सफल सिद्ध हुए थे।