सुमंगला का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- “ फिर भी यह तुम्हारा ही पुत्र है | याद करो कामरूप नगर में उज्जयिनी में आई उस नर्तकी सुमंगला को ! वह नर्तकी मैं ही तो थी | ”
- देवी सुमंगला व भगवान रिषभ देव की एक संतान का नाम भरत था , जिसके नाम पर आगे चलकर इस राष्ट्र जिसमंस रह रहे है जी रहे है का नाम भारत पड़ा।
- वह उससे मिलने के लिए आतुर हो उठा | उसने अपने एक दूत को कीमती उपहार देकर सुमंगला के पास भेजा , जिससे कि वह सुमंगला से मिलने की अनुमति प्राप्त कर सके |
- वह उससे मिलने के लिए आतुर हो उठा | उसने अपने एक दूत को कीमती उपहार देकर सुमंगला के पास भेजा , जिससे कि वह सुमंगला से मिलने की अनुमति प्राप्त कर सके |
- सुमंगला बोली - “ अपने स्वामी से जाकर कह दो कि मैं उपहारों को अधिक महत्त्व नहीं देती | उनको नमस्कार के लिए धन्यवाद कहना | ये भी कहना कि वे स्वयं यहां आकर मुझे दर्शन दें तो अच्छा रहेगा | ”
- शांता ग्रोवर , डॉ . कमला देवी , हिंदी विभाग के डॉ . कुशला आर्या , डॉ . मीनाक्षी कोहली , डॉ . सुमंगला वशिष्ठ , डॉ . कुलवंत और पंजाबी विभाग के प्रो . अमरजीत सिंह , डॉ . रजनी द्वारा किया गया।
- शांता ग्रोवर , डॉ . कमला देवी , हिंदी विभाग के डॉ . कुशला आर्या , डॉ . मीनाक्षी कोहली , डॉ . सुमंगला वशिष्ठ , डॉ . कुलवंत और पंजाबी विभाग के प्रो . अमरजीत सिंह , डॉ . रजनी द्वारा किया गया।
- उदास शशि घर लौट आया | बिस्तर पर लेटकर वह सोचने लगा - ' लगता है देवी सुमंगला को धूर्त बुद्धि का वरदान प्राप्त है | तभी उसने इतनी चतुराई से मुझे वापस लौटा दिया है | ' यही सोचता हुआ वह सो गया |
- इनका विवाह भी इनकी सगी बहन सुमंगला से हुआ समाज भी इस तथ्य से अनभिज्ञ व अपरिचित नहीं रहा अर्थात यह जानते हुए भी उनके प्रति अपार श्रद्धा प्रेम रखी , उनका यशोगन किया और आज भी इतिहास के स्वर्ण पृष्ठों में सुशोभित है , और आगे भी रहेगें।
- सुमंगला ने उसका राजसी सत्कार किया | उसे एक ऊंचे आसन पर बिठाया और उसके सम्मुख अपना मनोहारी नृत्य प्रस्तुत किया | नृत्य देखकर मूलदेव बहुत प्रसन्न हुआ और फिर जब सुमंगला ने उसे फिर वहां आने का निमंत्रण दिया तो उसकी खुशी का ठिकाना न रहा | ?