सूर्य नाड़ी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- जब सूर्य नाड़ी से श्वास-प्रश्वास प्रवाहित होता है तो शरीर को उष्मा प्राप्त होती है यानी गर्मी पैदा होती है।
- मस्तक में रहने वाले सहस्रा दल कमल से जो अमृत झरता है वह सूर्य नाड़ी के मुख में जाता है ।
- अभ्यास करते-करते एक समय ऐसा आ जाता है जब चंद्र और सूर्य नाड़ी से समान रूप से श्वास-प्रश्वास प्रवाहित होने लगता है।
- स्वर विज्ञान के अनुसार चंद्र और सूर्य नाड़ी से श्वास-प्रश्वास के जरिए कई तरह के रोगों को ठीक किया जा सकता है।
- स्वर विज्ञान के अनुसार चंद्र और सूर्य नाड़ी से श्वास-प्रश्वास के जरिए कई तरह के रोगों को ठीक किया जा सकता है।
- अभ्यास करते-करते एक समय ऐसा आ जाता है जब चंद्र और सूर्य नाड़ी से समान रूप से श्वास-प्रश्वास प्रवाहित होने लगता है।
- पृथ्वी मुद्रा करने के दौरान अनामिका अर्थात सूर्य अँगुली पर दबाव पड़ता है , जिससे सूर्य नाड़ी और स्वर के सक्रिय होने में सहयोग मिलता है।
- जब सूर्य नाड़ी चन्द्र नाड़ी में समाहित हो जाती है अर्थात् सुषुम्ना में चलने लगती है , तब मन का स्वेच्छित फल मिल जाता है।
- जो यमलोक की दिशा का सामना कर सकता है , वह शक्तिशाली होता है व जिसकी सूर्य नाड़ी कार्यरत है , वह तेजस्वी भी होता है।
- देशी गाय के दूध में स्वाभाविक रूप से स्वर्ण होता है क्योंकि इसमें सूर्य नाड़ी होती है , इसलिए गाय का दूध / घी पीलापन लिये होता है ।