सूर्य लोक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- महर्षि चित्र ने कहा- ' हे गौतम ! देवयान मार्ग से जाने वाला साधक क्रमश : अग्नि लोक , वायुलोक , सूर्य लोक , वरुण लोक , इन्द्र लोक व प्रजापति लोक आदि छह लोकों में से होता हुआ ' ब्रह्मलोक ' में प्रवेश कर पाता है।
- महर्षि चित्र ने कहा- ' हे गौतम ! देवयान मार्ग से जाने वाला साधक क्रमश : अग्नि लोक , वायुलोक , सूर्य लोक , वरुण लोक , इन्द्र लोक व प्रजापति लोक आदि छह लोकों में से होता हुआ ' ब्रह्मलोक ' में प्रवेश कर पाता है।
- भविष्य पुराण में बताया गया है कि इस व्रत के दिन जो भी भक्त सूर्य देव की पूजा करता है और सप्तमी के उदयगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित करता है उसके कई जन्मों के पाप कट जाते हैं और मृत्यु के बाद सूर्य लोक में वर्षों तक सुख एवं भोग की प्राप्ति होती है।
- गार्गी उनसे पूछती हैं कि सभी कुछ जल में समाहित है तो जल किसमें समाया है इसी प्रकार वायु , ब्रह्माण आदि किस में समाए हैं याज्ञवल्क्य कहते हैं कि जल वायु में समाहित है वायु ब्रह्माण में , ब्रह्माण गन्धर्व में , गन्धर्वलोक सूर्य लोक में , सूर्य लोक चन्द्रलोको में , चन्द्रलोक नक्षत्र में , नक्षत्र देव लोक में , देवलोक इन्द्रलोक में , इन्द्रलोक प्रजापतिलोक में और प्रजापतिलोक ब्रह्मलोक में समाए हुए हैं .
- गार्गी उनसे पूछती हैं कि सभी कुछ जल में समाहित है तो जल किसमें समाया है इसी प्रकार वायु , ब्रह्माण आदि किस में समाए हैं याज्ञवल्क्य कहते हैं कि जल वायु में समाहित है वायु ब्रह्माण में , ब्रह्माण गन्धर्व में , गन्धर्वलोक सूर्य लोक में , सूर्य लोक चन्द्रलोको में , चन्द्रलोक नक्षत्र में , नक्षत्र देव लोक में , देवलोक इन्द्रलोक में , इन्द्रलोक प्रजापतिलोक में और प्रजापतिलोक ब्रह्मलोक में समाए हुए हैं .
- गार्गी उनसे पूछती हैं कि सभी कुछ जल में समाहित है तो जल किसमें समाया है इसी प्रकार वायु , ब्रह्माण आदि किस में समाए हैं याज्ञवल्क्य कहते हैं कि जल वायु में समाहित है वायु ब्रह्माण में , ब्रह्माण गन्धर्व में , गन्धर्वलोक सूर्य लोक में , सूर्य लोक चन्द्रलोको में , चन्द्रलोक नक्षत्र में , नक्षत्र देव लोक में , देवलोक इन्द्रलोक में , इन्द्रलोक प्रजापतिलोक में और प्रजापतिलोक ब्रह्मलोक में समाए हुए हैं .