सेराब का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ख़ुदा की क़सम ! मैं उन के लिये एक ऐसा हौज़ छलकाऊंगा जिस का पानी निकालने वाला मैं हूं कि जिस से सेराब हो कर पलटना उन के बस में न होगा और न उस के बाद कोई गढ़ा खोद कर पानी पी सकेंगे।
- ( (( -इस मसले का ताल्लुक़ दुनिया में इख़लाक़ी बरताव से है जहां ज़ालिमों को इस्लामी इख़लाक़ात से आगाह किया जाता है और कभी लश्करे माविया पर बन्दिश आब को रोक दिया जाना जाता है और कभी इब्ने मुलजिम को सेराब कर दिया जाता है।
- इस के अलावा शोहदा-ए-बद्रो ओहद को बंदिशे आब का सामना भी नहीं था जबकि इमामे हुसैन ( अ. ) के साथ भूख और प्यास के आलम में सेरो सेराब दुश्मन से नबर्दो आज़मा होने के बावुजूद ज़बानों पर शिद्दते अतश का कोई ज़िक्र भी न लाए।
- हिदायत के इस चष्मए “ ाीरीं व ख़ुषगवार से सेराब हो गया है जिस के घाट पर ( अल्लाह की रहनुमाई ने ) वारिद होने को आसान बना दिया गया है , जिसके नतीजे में ख़ूब छक कर पी लेता है और सीधे रास्ते पर चल पड़ा है।
- ए आदम की औलाद जिस चीज़ से तुम्हारी ज़रूरतें पूरी हो सकती हैं वह तुम्हारी पहुंच में है , उस चीज़ की कोशिश में न रहो जो तुम्हें सरकश बना दे , अगर कम पर राज़ी न रहोगे तो ज़्यादा पाकर भी तुम सेराब नहीं होगेः पैग़म्बरे इस्लाम
- ( (( लालच इन्सान को हज़ारों चीज़ों का यक़ीन दिला देती है और उससे वादा भी कर लेती है लेकिन वक़्त पर वफ़ा नहीं करती है और बसावक़ात ऐसा होता है के सेराब होने से पहले ही उच्छू लग जाता है और सेराब होने की नौबत ही नहीं आती है।
- ( (( लालच इन्सान को हज़ारों चीज़ों का यक़ीन दिला देती है और उससे वादा भी कर लेती है लेकिन वक़्त पर वफ़ा नहीं करती है और बसावक़ात ऐसा होता है के सेराब होने से पहले ही उच्छू लग जाता है और सेराब होने की नौबत ही नहीं आती है।
- जब हसीन बिन नुमैर आप के क़रीब गया तो इमाम ने उसे भी एक कासा पानी दिया यह बहुत प्यासा था तो आप ने फिर से उस के कासे को पानी से भर दिया , जब हसीन बिन नुमैर सेराब हो गया तो उस ने इमाम ( अ. )
- ख़ुदाया ! ऐसी सेराबी हो कि जो मुर्दा ज़मीनों को ज़िन्दा करने वाली , सेराब बनाने वाली और भरपूर बरसने वाली , और सब जगह फ़ैल जाने वाली , और पाकीज़ा व बा बरकत और ख़ुश गवार और शादाब हो , जिस से नबातात ( वनस्पति ) फ़लने फूलने लगें।
- ख़ुदाया ! ऐसी सेराबी हो कि जो मुर्दा ज़मीनों को ज़िन्दा करने वाली , सेराब बनाने वाली और भरपूर बरसने वाली , और सब जगह फ़ैल जाने वाली , और पाकीज़ा व बा बरकत और ख़ुश गवार और शादाब हो , जिस से नबातात ( वनस्पति ) फ़लने फूलने लगें।