सोमराज का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उपन्यास के पात्र तारा , जयदेव , कनक , गिल , डाक्टर नाथ , नैयर , सूद जी , सोमराज , रावत , ईसाक , असद और प्रधान मंत्री भी काल्पनिक पात्र हैं।
- उपन्यास के पात्र तारा , जयदेव , कनक , गिल , डाक्टर नाथ , नैयर , सूद जी , सोमराज , रावत , ईसाक , असद और प्रधान मंत्री भी काल्पनिक पात्र हैं।
- तलपीणी पंचायत के उपप्रधान मोहर सिंह ठाकुर , पीणी पंचायत प्रधान मीना देवी, उपप्रधान सोमराज, वीर चंद, अमरनाथ व देवी राम ने बताया कि 28 नवंबर को सांसद प्रतिभा सिंह सड़क का भूमि पूजन करेंगी।
- जिला नोडल अफसर डा . सुच्चा राम ने बताया कि गांव बुढ़ानगर निवासी अंशू (12), गांव ढाह कुल्हाड़ा के सोमराज (28), शहर के मोहल्ला सैली कुलियां के परमिंद्र सिंह (28) और ढाकी निवासी नरेश कुमार (35) में डेंगू पाजिटिव पाया गया है।
- लोगों में सुभाष चंद , अनिल भाटिया, सुरेश डोगरा, मनदीप, बबली, अनिल ठाकुर, सोमराज, नानक चंद, प्रदीप चौहान, सोनू कुमार, रमेश चंद, करतार सिंह, रमेश चौहान, कार्तिक ठाकुर, नरेश आदि का कहना है कि बाइपास सड़क मार्ग का निर्माण कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है।
- मध्यमषोडशी के 16 पिंड दान प्रथम विष्णु द्वितीय शिव तृतीय सपरिवार यम चतुर्थ सोमराज पंचम हव्यवाहन षष्ठ कव्यवाह सप्तम काल अष्टम रुद्र नवम पुरुष दशम प्रेत एकादश विष्णु प्रथम ब्रह्मा द्वितीय विष्णु तृतीय महेश चतुर्थ यम पंचम तत्पुरुष नोट- ये सभी पिंडदान सव्य जनेऊ से किए जाते हैं।
- प्रर्दशनकारियों का नेतृत्व कर रहे सोमराज , धर्मपाल, सतपाल सिंह आदि ने संघर्ष समिति व सरकार को आडे़ हाथों लेते हुए कहा कि साल 2008 में अमरनाथ श्राइन बोर्ड भूमि मामले में चले संघर्ष के दौरान संघर्ष समिति व सरकार के बीच समझौता हुआ था कि आंदोलन के दौरान दर्ज मामलों को वापस ले लिया जाएगा।
- इस हवन यज्ञ में दरबार की संचालिका किरण मूड , ऊषा शर्मा , ओम ठकराल , साहब राम , श्याम मेहता , सतीश सेठी , देवेंद्र टूटेजा , रवि अरोड़ा , भागीरथ बजाज , सुमन सेठी , राधा रानी , सोमराज , अनीता रानी , सविता मेहता , प्रवीण रानी आदि सदस्यों ने हवन यज्ञ में आहुति डाली।
- इस हवन यज्ञ में दरबार की संचालिका किरण मूड , ऊषा शर्मा , ओम ठकराल , साहब राम , श्याम मेहता , सतीश सेठी , देवेंद्र टूटेजा , रवि अरोड़ा , भागीरथ बजाज , सुमन सेठी , राधा रानी , सोमराज , अनीता रानी , सविता मेहता , प्रवीण रानी आदि सदस्यों ने हवन यज्ञ में आहुति डाली।
- १-पौराणिक कथा के अनुसार - इसका निर्माण स्वयं चंद्रदेव सोमराज ने किया था . [ इसका उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है].भगवान ब्रह्मा के पुत्र “दक्ष” थे , और दक्ष की २७ पुत्रियां थीं[जिन्हें २७ नकश्त्र भी कहा जाता है.]उनका विवाह सोमराज के साथ हुआ था.महाराजा दक्ष की पुत्रिओं ने उनसे शिकायत की कि चन्द्र्देव[सोमराज] सिर्फ़ रोहिनि को ही स्नेह देते हैं और बाकि किसी पर भी ध्यान नहीं देते.