हंसवाहिनी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- उनकी स्तुति इन नामों से नित्य करनी चाहिए - भारती , सरस्वती , शारदा , हंसवाहिनी , जगतखयाति , वागीश्वरी , कुमुदी , ब्रह्मचारिणी , बुद्धिदात्री , वरदायिनी , चंद्रकांता और भुवनेश्वरी।
- उनकी स्तुति इन नामों से नित्य करनी चाहिए - भारती , सरस्वती , शारदा , हंसवाहिनी , जगतखयाति , वागीश्वरी , कुमुदी , ब्रह्मचारिणी , बुद्धिदात्री , वरदायिनी , चंद्रकांता और भुवनेश्वरी।
- बेचैनी मिटाने का मंत्र ) इस मंत्र का बीस बार जप करके हंसवाहिनी सरस्वती का ध्यान करके रोगी के ऊपर जल के छींटे देने से अथवा मंत्रसिक्त जल पिला देने से बेचैनी दूर हो सकती है।
- 12 नाम इस प्रकार हैं : - मा ं सरस्वती के बारह नाम : भारती , सरस्वती , शारदा , हंसवाहिनी , जगती , वागीश्वरी , कुमुदी , ब्रह्मचारिणी , बुद्धिदात्री , वरदायिनी , चंद्रकांति व भुवनेश्वरी।
- 12 नाम इस प्रकार हैं : - मा ं सरस्वती के बारह नाम : भारती , सरस्वती , शारदा , हंसवाहिनी , जगती , वागीश्वरी , कुमुदी , ब्रह्मचारिणी , बुद्धिदात्री , वरदायिनी , चंद्रकांति व भुवनेश्वरी।
- सन् 1978 से ही लेखनी यदा-कदा नव काव्य सृजनार्थ हठीले बालक की भांति एकाएक इस तरह मचलती रही कि हर हाल में हंस की भांति चलती रही और हंसवाहिनी की विषेशानुकम्पा निष्चित गन्तव्य तक पहुंचाती रही ।
- एक बात और आज सुबह ट्रेन में एक हस्तरेखा विशेषज्ञ , जो हंसवाहिनी के नाम से एक हस्तरेखा अनुसंधान केन्द्र चलाते हैं से भेंट हुई , उनके अनुसार वो गत्यात्मक ज्योतिष के बारे में कुछ नही जानते हैं।
- हंसवाहिनी के हंस मोती चुनें , मोतियों की सदा भरमार रहे,वीणापाणी की वीणा बजे रागिनी, मन मंदिर में झंकार रहे,ज्ञानदायिनी, ज्ञान भले ही न दे, भक्ति और प्रेम की रसधार रहे,तेरे चरणों में शीश नवाता रहूँ, माता तेरा सदा उपकार रहे।
- होश संभाला तो लक्ष्मी माता और सरस्वती माता दोनों ही मेरे दोनों हाथों पर विराजमान थीं मगर अफ़सोस ( दुनिया के लिए) और ख़ुशी (मेरे लिए) कि मेरी निश्छल अंतरात्मा (उस वक़्त की) ने उलूकवाहिनी के स्थान पर हंसवाहिनी को ही चुन लिया।
- हम पर कृपा बनाये रखना , ज्ञान से मन हर्षाये रखना .....२ हे वीणाधारिणी हंसवाहिनी .......२ हर लो, जग का सब अंधकार ....... तुझको पूज रहा संसार ....२ हे, ज्ञान की ज्योति, जगाने वाली.......2 -अम्बरीष श्रीवास्तव “होली के रंग ” हर शख्श पे दिल आए , ये जरूरी तो नहीं |