हज़रत उस्मान का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- यही आयत हज़रत उस्मान बिन मज़ऊन रदियल्लाहो अन्हो के इस्लाम का कारण बनी जो फ़रमाते हैं कि इस आयत के उतरने से ईमान मेरे दिल में जड़ पकड़ गया .
- अगरचे पहली अज़ान हज़रत उस्मान ग़नी रदियल्लाहो अन्हो के ज़माने में बढ़ाई गई मगर नमाज़ के लिये दौड़ना और ख़रीदो फ़रोख़्त छोड़ देने का वाजिब होना इसी से मुतअल्लिक़ है .
- हज़रत उस्मान रजि 0 ( तीसरे खलीफ़ा ) के समय में जब क़ुरआन की सरकारी नक्लें इस्लाम के केन्द्रीय स्थानों पर भेजी गईं उनमें से दो प्रतियाँ आज भी पाई जाती हैं।
- इस घटना से मालूम होता है कि सैयदे आलम सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम को नबुव्वत के नूर से मालूम था कि हज़रत उस्मान रदियल्लाहो अन्हो शहीद नहीं हुए जभी तो उनकी बैअत ली .
- इसी तरह इस जैसी रिवायात को उन लोगों पर हम्ल नही किया जा सकता जिन्होने हज़रत उस्मान पर हुजूम किया और उनको क़त्ल कर डाला , जैसा कि बाज़ लोगों ने गुमान किया है क्योकि :
- हाँ ! यह सही है कि पहले खलीफा हज़रत अबू बकर , हज़रत उम्र , हज़रत उस्मान बिन अफ्फान , हज़रत अब्दुल्लाह बिन उम्र आदी सहबियों और खलीफाओं ने अज़्ल को नापसंद ज़रूर किया है .
- हाँ ! यह सही है कि पहले खलीफा हज़रत अबू बकर , हज़रत उम्र , हज़रत उस्मान बिन अफ्फान , हज़रत अब्दुल्लाह बिन उम्र आदी सहबियों और खलीफाओं ने अज़्ल को नापसंद ज़रूर किया है .
- जब कि तथ्य यह है कि उहद में हज़रत अबूबक्र , हज़रत उमर और हज़रत उस्मान जैसे रसूल के सम्मानित सहाबी भी मैदान चोड़ कर भाग खरे हुए- मर्दे किश्वरगीर अज़ कर्रारी अस्त/ गौहरश रा आबरू ख़ुद्दारी अस्त्।
- तृतीय ख़लीफ़ा हज़रत उस्मान ( रज़ि.) ने अपने सत्ता समय में हज़रत सि¬द्दीक़े अकबर (रज़ि.) द्वारा संकलित क़ुरआन की ९ प्रतियां तैयार करके कई देशों में भेजी थी उनमें से दो क़ुरान की प्रतियां अभी भी पूर्ण सुरक्षित हैं।
- तृतीय ख़लीफ़ा हज़रत उस्मान ( रज़ि.) ने अपने सत्ता समय में हज़रत सि¬द्दीक़े अकबर (रज़ि.) द्वारा संकलित क़ुरआन की ९ प्रतियां तैयार करके कई देशों में भेजी थी उनमें से दो क़ुरान की प्रतियां अभी भी पूर्ण सुरक्षित हैं।