हल्दी चूर्ण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- * सूखी खाँसी में : हल्दी चूर्ण को वासा के रस के साथ एवं मलाई मिलाकर देने पर खाँसी दूर होती है।
- पेटदर्दः 20 मि . ली. गोमूत्र में 1 चने जितना हल्दी चूर्ण मिलाकर सुबह शाम लेने से थोड़े ही दिनों में पेटदर्द हमेशा के ल
- अदरक , जवाखार , हरड़ और दारू हल्दी चूर्ण को बराबर मात्रा में पीस लें फिर इसे दही या लस्सी के साथ पिएं।
- * हल्दी चूर्ण , बसेन तथा मुलतानी मिट्टी समान भाग मिलाकर जल में घोलकर पेस्ट बना लें तथा इस पेस्ट का झाइयों पर लेप करें।
- * हल्दी चूर्ण , बसेन तथा मुलतानी मिट्टी समान भाग मिलाकर जल में घोलकर पेस्ट बना लें तथा इस पेस् ट का झाइयों पर लेप करें.
- हल्दी चूर्ण को आक के दूध में 7 बार भिगोकर सुखा लें , फिर आक दूध द्वारा ही उसकी लम्बी-लम्बी गोलियां बनाकर छाया में शुष्क कर रखें।
- इस स्थिति में गवारपाठे के रस के साथ हल्दी चूर्ण को मिलाकर गुनगुना गर्म करके स्तन पर लेप करते रहने से स्तन-सूजन दूर हो जाती है।
- गाय के दस तोले मूत्र के साथ तीन माशा हल्दी चूर्ण मिलाकर उपदंश ( गर्मी ) जन्य विकारों पर लगाने से विकार दूर हो जाते हैं।
- पेटदर्दः 20 मि . ली. गोमूत्र में 1 चने जितना हल्दी चूर्ण मिलाकर सुबह शाम लेने से थोड़े ही दिनों में पेटदर्द हमेशा के लिए मिट जाता है।
- शीत ऋतु में हल्दी के कुछ सामान्य प्रयोगस्थान बदलने के कारण होने वाले रोग में कांजी में हल्दी चूर्ण डालकर पीने से उक्त रोग नष्ट होते हैं।