×

हविष्यान्न का अर्थ

हविष्यान्न अंग्रेज़ी में मतलब

उदाहरण वाक्य

  1. जो स्त्री वर्षपर्यन्त भक्ति पूर्वक दुर्गा का भलीभाँति पूजन करके हविष्यान्न खाकर इस स्तोत्रराज को सुनती है , वह महावन्ध्या हो तो भी प्रसववाली हो जाती है।
  2. बच्चों को , वृद्धों को , कमजोरों को हविष्यान्न की बाटी बनानी चाहिए , वह इतनी मोटी न हो जो बीच में कच्ची रहे ओर किनारे जल जायँ।
  3. यज्ञ तथा अन्य कर्मकांडों में प्रयोग किया जाने वाला हविष्यान्न ; यव 3 . छह राई की मात्रा या तौल 4 . एक पौधा जिससे टोकरियाँ बनाई जाती हैं।
  4. जो प्राणी भारतवर्ष में रहकर रविवार , संक्रान्ति अथवा शुक्लपक्ष की सप्तमी तिथि को भगवान् सूर्य की पूजा करके हविष्यान्न भोजन करता है , वह सूर्यलोक में विराजमान होता है।
  5. आप अच्छी तरह प्रज्वलित होकर यजमान के कल्याण के लिये देवताओ का आवाहन करें और उनको लक्ष्य करके यज्ञ सम्पन्न करे अर्थात देवो के पोषण के लिये हविष्यान्न ग्रहण करें ॥१॥
  6. साधक को यथा संभव अत्यधिक तिक्त या अत्यधिक मधुर भोजन ना करके शुद्ध सात्विक आहार का प्रयोग साधना काल में करना चाहिए यदि हविष्यान्न का प्रयोग किया जाये तो और बेहतर है .
  7. उस दिन वह अहोरात्र में केवल एक बार हविष्यान्न का भोजन , तृण से आच्छादित भूमि पर रात्रि में शयन और अखंड ब्रह्मचर्य का पालन प्रभृति समस्त आवश्यक नियमों का पालन करता है।
  8. उस दिन वह अहोरात्र में केवल एक बार हविष्यान्न का भोजन , तृण से आच्छादित भूमि पर रात्रि में शयन और अखंड ब्रह्मचर्य का पालन प्रभृति समस्त आवश्यक नियमों का पालन करता है।
  9. लसत्पीतपटं रम्यं सराधं पुरुषोत्तमम्॥ पुरुषोत्तम व्रत करने वाले को क्या भोजन करना चाहिए और क्या नहीं , क्या वर्ज्य है और क्या अवर्ज्य इसके संबंध में श्रीवाल्मीकि ऋषि ने कहा है- पुरुषोत्तम मास में एक समय हविष्यान्न भोजन करना चाहिए।
  10. हे एश्वर्य सम्पन्न इन्द्र देव ! जिस समय सत्कार-पूर्वक हविष्यन्नों से यज्ञ किया जाता है , उस समय साधक गण वृषभ ( शक्ति सम्पन्न हव्य ) को पकाते ( हविष्यान्न को यज्ञ मे अंगारों पर भूनने की क्रिया ) है और आप उनका सेवन करते हैं
अधिक:   पिछला  आगे


PC संस्करण
English


Copyright © 2023 WordTech Co.