अकम्पन का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- रावण की आज्ञा पाकर महापराक्रमी अकम्पन सोने के रथ में बैठकर असंख्य चुने हुये भीमकर्मा सैनिको के साथ नगर से बाहर निकला।
- भावार्थ : - (इनके अतिरिक्त) दुर्मुख, अकम्पन, वज्रदन्त, धूमकेतु और अतिकाय आदि ऐसे अनेक योद्धा थे, जो अकेले ही सारे जगत को जीत सकते थे॥180॥
- अपनी सेना को भागने के लिये उद्यत देख अकम्पन मेघों के सद ृश गर्जना करके अग्नि बाणों से वानर दल को जलाने लगा।
- महामुनि नारद से यह मृत्यु सम्बन्धी उपाख्यान सुनकर महाराज अकम्पन नेमहर्षि से कहा-- प्रभों ! आपके उपदेश से मेरा शोक पूर्ण रूप से नष्ट होगया.
- अकम्पन ने अपने एक बाण से उस वृक्ष को भी नष्ट किया और एक साथ चौदह बाण छोड़कर हनुमान के शरीर को रक्तरंजित कर दिया।
- सुमाली के प्रहस्त्र , अकम्पन , विकट , कालिकामुख , धूम्राक्ष , दण्ड , सुपार्श्व , संह्नादि , प्रधस एवं भारकर्ण नाम के दस पुत्र हुये।
- सुमाली के प्रहस्त्र , अकम्पन , विकट , कालिकामुख , धूम्राक्ष , दण्ड , सुपार्श्व , संह्नादि , प्रधस एवं भारकर्ण नाम के दस पुत्र हुये।
- अकम्पन ने अपने एक बाण से उस वृक्ष को भी नष्ट किया और एक साथ चौदह बाण छोड़कर हनुमान के शरीर को रक् तरंजित कर दिया।
- तुम मुझे पूरा वृत्तान्त बताओ।“ अकम्पन ने कहा , ”हे लंकापति! अयोध्या के राजकुमार राम ने अपने पराक्रम से अकेले ही सभी राक्षस वीरों को मृत्यु के घाट उतार दिया।”
- तब शूर्पणखा , खर , दूषण , त्रिशिरा , अकम्पन , मारीच जैसे बलशाली राक्षस दण्ड़कारण्य में ही रहा करते थे और रावण की मर्यादा से बंधे हुए थे।