अथर्वा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- इसका सत्य यह है कि ‘ अथर्वा ' और ‘ आङ्गिरस ' ये दो अलग- अलग ऋषि थे।
- अथर्वा ने हजारों बरस पहले अथर्ववेद में काम देवता से स्तुति की आप दु : स्वप्न भेजते हैं।
- जैसे अथर्व वेद में अथर्वा खुद की अभ्यर्थना करते हुए अपने को देवताओं से भी बडा दिखाते हैं।
- ९सूक्त अथर्वा ऋषि का है जिसका देवता कश्यप है और एकमात्र यही सूक्त ऐसा है जिसका देवता कश्यप है . ..
- यह अथर्वा रूपी मूल प्राण-वासना प्रत्येक व्यक्ति के वस्त्र , नाखून , बाल तथा रोम-रोम में वास करती है।
- अथर्ववेद और उसके भृगु , अंगिरा , अथर्वा प्रभृति ऋषियों के आविर्भाव पर गोपथ से विशिष्ट प्रकाश पड़ता है।
- अथर्ववेद और उसके भृगु , अंगिरा , अथर्वा प्रभृति ऋषियों के आविर्भाव पर गोपथ से विशिष्ट प्रकाश पड़ता है।
- इन दोनों के विषय में अथर्वा ऋषि ने लिखा है - यह धन कमाने की विद्या नहीं है ।
- कृत्या प्रयोगादि का माध्यम प्राणी का ‘ अथर्वा सूत्र ' है जिसे सक्रिय करके काम में लाया जा सकता है।
- अथर्ववेद में अथर्वा ऋषि द्वारा दृष्ट ऋचाएँ अध्यात्मपरक , सुखकारक , अभ्युदय प्रदान करने वाली और श्रेय- प्रेय देने वाली हैं।