अधुना का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- रोगियोंके अधुना शल्यकर्म के साथ ही विभिन्न यथा काय-~ चिकित्सा , पंचकर्म, रसायनबाजीकरण, क्षारकर्म, अग्नि-~ कर्म, रक्तमोक्षण व कल्पचिकित्सा के सुसज्जित विभागहों, जिनमें रोगियों के रोग-मुक्ति हेतु इन कर्मों की उपादेयता का प्रत्यक्षज्ञान प्रशिक्ष करके, उनका सफल उपयोग कर सकें.
- कहा जाता है , रसगंगाधर का आयाम पाँच आनन में पूरा हुआ था परंतु दुर्भाग्यवश केवल डेढ़ ही आनन अद्यावधि उपलब्ध हुआ है, तथापि जितना कुछ अंश अधुना उपलब्ध है वह भी काव्यशास्त्र के अध्येता के लिए परम उपकारक है।
- वास्तविक जीवन में हेयर एक्सपर्ट अधुना से शादी करने वाले फरहान से यह पूछने पर कि क्या उन्होंने अपनी पत्नी से कभी झूठ बोला है , फरहान ने जवाब दिया , ” मैं आपके सवाल का जवाब देने से बचना चाहूंगा।
- कहा जाता है , रसगंगाधर का आयाम पाँच आनन में पूरा हुआ था परंतु दुर्भाग्यवश केवल डेढ़ ही आनन आज तक उपलब्ध हुआ है , तथापि जितना कुछ अंश अधुना उपलब्ध है वह भी काव्यशास्त्र के अध्येता के लिए परम उपकारक है।
- इसमेंभी आयु-~ र्वेदीय चिकित्सकों को पाठ्यक्रम में परिवार नियोजन के विषय में न केवलमौलिक , यथा महत्व, गर्भ निरोधक उपाय, आदि के बारे में प्रशिक्षित किया जायेअपितु सुलभ साधनों के साथ, साथ अधुना पुरुष व स्त्री बन्ध्या-~ करण के पर्याप्तप्रायोगिक पक्ष से संस्कारित भी किया जाये.
- इसमेंभी आयु-~ र्वेदीय चिकित्सकों को पाठ्यक्रम में परिवार नियोजन के विषय में न केवलमौलिक , यथा महत्व, गर्भ निरोधक उपाय, आदि के बारे में प्रशिक्षित किया जायेअपितु सुलभ साधनों के साथ, साथ अधुना पुरुष व स्त्री बन्ध्या-~ करण के पर्याप्तप्रायोगिक पक्ष से संस्कारित भी किया जाये.
- अलग हुए राज्यों मसलन पंजाब से अलग हुए हिमाचल से लेकर असम से अलग हुए पूर्वोत्तर क तमाम राज्यों के पुरातन मामलों से लेकर अधुना बने तीनों राज्यों उत्तराखंड , झारखंड और छत्तीसगढ़ के अनुभव से जाहिर है कि विकास और बहिस्कार के प्रचलित समीकरण कहीं नहीं बदले।
- अधुना पर्यावरण सन्तुलन बनाये रखने में सहायक जो पारम्परिक प्रौद्योगिकी तकनीक उपयोगी एवं लाभकारी सिद्ध हो सकती है , उन पद्धतियों को इस क्षेत्र की उपलब्ध खनिज तथा वन सम्पदा के आधार पर परिवर्धित कर कार्यसाधक बनाया जाय तथा उन्हें लघु एवं वृहद् उद्योगों के रुप में विकसित किया जाय।
- जब कुछ दिनों बाद किसी मित्र ने उनसे खुद उनकी हालत पूछी तो उनने उत्तर दिया कि ' अब क्या पूछना है ? अब तो बुद्धि को ही चुरा लेने वाले उड़द खा रहा हूँ ' - '' अधुना शेमुषीमोषान्माषानश्नामि नित्यश : '' ! यही बात औरों की भी क्यों न होगी ? फिर तो यदि रोज ही शास्त्र बदले तो ?
- जब कुछ दिनों बाद किसी मित्र ने उनसे खुद उनकी हालत पूछी तो उनने उत्तर दिया कि ' अब क्या पूछना है ? अब तो बुद्धि को ही चुरा लेने वाले उड़द खा रहा हूँ ' - '' अधुना शेमुषीमोषान्माषानश्नामि नित्यश : '' ! यही बात औरों की भी क्यों न होगी ? फिर तो यदि रोज ही शास्त्र बदले तो ?