अनख का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- आरे मुझे नही चुदवनी है अपनि बुर , तुम अपना लौरा मेरि बुर से बहर निकलो , ” निता बोलि और उसके अनख से अनसू आ गये।
- थोरि देर के बद उशा ने अपनि अनख खोलि और अपने ससुर और खुद को ननगी देख कर शरमा कर अपने हथोन से अपना चेहेरा धक लिया।
- 2 . 4.3.1 इसी तरह यदि 'अ-निख' (बिना नख का) समस्त पद में हाइफ़न न लगाया जाए तो उसे 'अनख' पढ़े जाने से 'क्रोध' का अर्थ भी निकल सकता है।
- 2 . 4. 3.1 इसी तरह यदि 'अ-निख' (बिना नख का) समस्त पद में हाइफ़न न लगाया जाए तो उसे 'अनख' पढ़े जाने से 'क्रोध' का अर्थ भी निकल सकता है।
- देवों का क्या , जरा फूल पत्ते और प्रसाद चढाया , भोग लगाया , “ भाव-कुभाव अनख आलसहू ” स्तुति बोलते हुए अगरबत्ती जलाकर चारों ओर घुमाई और देवता प्रसन्न ।
- फिर इसे तो मैं अपना सौभाग् य ही समझता हूँ कि भाव , कुभाव , अनख आलसहूँ ' रेणुका ' का नाम दस भले लोगों के मुँह पर आ जाता है।
- फिर इसे तो मैं अपना सौभाग् य ही समझता हूँ कि भाव , कुभाव , अनख आलसहूँ ' रेणुका ' का नाम दस भले लोगों के मुँह पर आ जाता है।
- मैने उसको कहा कि मेरि तरफ़ देखो तो उसके देखते हि मैने उसको अनख मार दि , उसने फ़िर से अनखे निचि कर लि ओर कहा कि ऐसा मत करो शरम आति है।
- रात को मेरि अनख खुलि तो त्रैन के निघत लमप कि हलकि हलकि रोशनि मेन मैने देखा , भभि गहरि नीनद मेन सो रहि थि और उसकि सरि जनघोन तक सरक गयि थि ।
- 2 . 4.3.1 इसी तरह यदि ' अ-निख ' ( बिना नख का ) समस्त पद में हाइफ़न न लगाया जाए तो उसे ' अनख ' पढ़े जाने से ' क्रोध ' का अर्थ भी निकल सकता है।