अनेकान्त का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ^ य . कु. मलैया, गोलापूर्व जाति के बारे में, अनेकान्त, मई १९७२, पृ ५८-६४
- यदि अनेकान्त का दृष्टिकोण नही होता तो शायद कही ना कहीदलदल मे फस जाता।
- कु . मलैया, वर्धमान पुराण के सोलहवें अधिकार का अध्ययन, अनेकान्त, अगस्त १९७४, पृ ५८-६४.
- इसी तरह जगत की प्रत्येक वस्तु प्रत्यक्षदृष्ट भेदाभेद ( अनेकान्त ) को लिए हुए है।
- एक तो स्याद्वाद और अनेकान्त पर विपक्ष द्वारा किए गए आक्षेपों का सबल जवाब दिया।
- य . कु. मलैया, वर्धमान पुराण के सोलहवें अधिकार का अध्ययन, अनेकान्त, अगस्त १९७४, , पृ ५८-६४
- समन्तभद्र का कहना है [ 3 ] कि वस्तु को अनेकान्त मानना क्यों आवश्यक है ?
- भेदाभेद ( अनेकान्त ) तो वस्तु का स्वरूप है , उसका अपलाप नहीं किया जा सकता।
- इनके प्रवचन मे स्यादवाद व अनेकान्त रुपी शस्त्र से मिथ्यात्व का शमन तो सहज ही झलकता है।
- इस तरह अकलंकदेव ने विभिन्न वादियों द्वारा स्याद्वाद और अनेकान्त पर आरोपित दूषणो का सयुक्तिक परिहार किया।