अप्रासांगिक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- हमे अमरीका को पिछे छोड़ने के सपने को देखने की बजाये जापान , ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी जैसे देश जो नयी व्यवस्था मे अप्रासांगिक होते जा रहे है कि जगह पर खुद को स्थापित करना होगा।
- अति उदार हिन्दी साहित्य समुदाय को थोड़ी देर के लिए ये बातें अवश्य अप्रासांगिक लग रही हों , लेकिन सच यही है कि कहीं न कहीं अपने साहित्य के प्रति हमारे सम्मान को प्रतिबिम्बित करती हैं।
- केन्द्रीय संसदीय कार्य मंत्री पवन कुमार बंसल ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि भाजपा ने संसद को पूरी तरह से अप्रासांगिक बना दिया और भाजपा की कारगुजारियों का पदार्फाश लोगों के बीच जाकर किया जाएगा।
- यह समझना मुश्किल है कि गिरिजाघरों को जला कर किस हिंदुत्व की रक्षा की जा रही है ? हम गांधी को भुला चुके हैं लिहाजा आज उनकी दी हुई सीखों को उद्धृत करना शायद अप्रासांगिक हो चुका है.
- पहले वे अप्रासंगिक होती हैं , समाज उनके अप्रासांगिक होने की कीमत दंगों और झगड़ों के रूप में चुकाता है, फिर लगातार होते नुकसान के बाद समाज के कुछ लोग जागते हैं और मुहिम शुरू करते हैं और उसे स्वीकारोक्त मिलती है।
- गालियों की भाषा छोडो , प्रेम क सन्गीत छेडो,भूख प्रशन्सा कि गर है,वो मिलेगी तुमको ढेरो.नोट:- कुछ वरिष्ठ ब्लोगर साथियों से अपेक्षा है कि इस अप्रासांगिक बहस को शीघ्र समाप्त करवा कर प्यार और भाई चारे का वातावरण पैदा करने में सहयोग देवे.
- भारतीय वेदों तथ अन्य धर्मग्रंथों की आलोचना करने वाले अपना उल्लू सीधा करने करने के लिये भारतीय धर्मग्रंथों के ऐसे चंद श्लोक या दोहे लेकर लोगों को बरगलाते हैं जो अब अप्रासांगिक हो गये हैं या लोग उस पर ध्यान नहीं देते।
- श्री चैहान ने आगे बताया की दिन-प्रतिदिन कोई न कोई घोटाला सामने आ रहा है इसलिए वर्तमान सरकार के मंत्री व पदाधिकारी कोई न कोई विवादास्पद या अप्रासांगिक बयान देकर जनता का ध्यान विकास तथा जर्जर कानून व्यवस्था से हटाना चाहते हैं।
- सत्य यह है कि पब्लिक स्कूल समाज में ऐसा अप्रासांगिक नहीं हुए हैं कि उनकी उपस्थिति से तथाकथित लोग विचलित हों या फिर ऐसे लोगों को वैश्वीकरण की इस स्पर्धा में समाज के वंचित व निम्न वर्ग का खड़ा होना रास नहीं आ रहा है।
- इसी क्रम में कुछ टिप्पणीकारों ने हमले की यह दिशा पकड़ी है कि कम्युनिस्ट विचारधारा तो पहले ही पुरानी पडने के चलते अप्रासांगिक हो चुकी थी और इस बार का विधानसभाई चुनाव का जनादेश , दुनिया भर में समाजवाद तथा मार्क्सवाद की प्रासंगिकता के खत्म होने की प्रक्रिया का ही चरमोत्कर्ष है।