अरणि का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- ' अरणि ' 2 लिख रही प्रगीत किस को ? ' जूनि ' 3 भेज रही विरह-संदेश किस को ? वह माँ क्यों है दहाड़ रही ? यह बाप किस लिए है सिसक रहा ? वह पगली क्योंकर कलप रही ? वह अबला क्यों है रो रही ? सुन , अनाथ-हुओं की पुकार से दरअसल , ज़मीन-आसमान हैं थर्रा रहे।
- ' अरणि ' 2 लिख रही प्रगीत किस को ? ' जूनि ' 3 भेज रही विरह-संदेश किस को ? वह माँ क्यों है दहाड़ रही ? यह बाप किस लिए है सिसक रहा ? वह पगली क्योंकर कलप रही ? वह अबला क्यों है रो रही ? सुन , अनाथ-हुओं की पुकार से दरअसल , ज़मीन-आसमान हैं थर्रा रहे।
- इस प्रतीक में ऋषि ने कहा है कि अंतःकरण को नीचे की अरणि , नीचे की लकड़ी और ओम् को ऊपर की लक्खी , ऊपर की अरणि , और इन दोनों की लड़ से जो पैदा होती है वह अग्रि व्यक्ति के समस्त अतीत को , समस्त कर्मों को , समस्त अज्ञान को जलाकर राख कर देती है और व्यक्ति मुक्त हो जाता है।
- इस प्रतीक में ऋषि ने कहा है कि अंतःकरण को नीचे की अरणि , नीचे की लकड़ी और ओम् को ऊपर की लक्खी , ऊपर की अरणि , और इन दोनों की लड़ से जो पैदा होती है वह अग्रि व्यक्ति के समस्त अतीत को , समस्त कर्मों को , समस्त अज्ञान को जलाकर राख कर देती है और व्यक्ति मुक्त हो जाता है।