अरण्यक का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- वेद ही नहीं ब्राह्मणग्रंथ , अरण्यक, उपनिषद् आदि में भी हमें तत्कालीन लोगों के सहज अनुभव ही प्राप्त होते हैं।
- अनेक ब्राह्मण ग्रंथों के अन्तिम भाग में गूढ़ सामग्री पाई जाती है जिन्हें “ अरण्यक ” कहा जाता है।
- अरण्यक के इसी अèयाय में आगे कहा गया है कि तप ( कर्म) से ही ब्रह्म (अन्न) को पाया जा सकता है।
- * अरण्यक - मंत्रो की व्याख्या * उपनिषद - वेदों का अंतिम और उपसंहारात्मक भाग उपनिषद : उपनिषद वेदों के अत्यन्त दार्शनिक भाग हैं।
- 1911 से 1990 तक उन्होंने चारों वेदों , 108 उपनिषदों, 6 दर्शनों, 18 पुराणों, योगवशिष्ठ, अरण्यक एवं ब्राrाणों की सैकड़ों पुस्तकों का हिन्दी अनुवाद किया।
- अरण्यक - ये वन्य पुस्तके हैं , जिसमें दार्शनिक विचारों का खजाना छुपा हुआ है , हालांकि ये विचार अविकसित रूप में ही हैं।
- एक गैर सरकारी संगठन अरण्यक द्वारा हाल ही में कराए गए सर्वेक्षण के मुताबिक 2005 से अब तक 15 डॉल्फिन की बढ़ोतरी हुई है।
- तभी उन्हें ओड़िसा के संबलपुर में ३ ६ ० घर अरण्यक ब्राह्मण समाज के लोग मिले जिन्हें वे पूजा अर्चना के लिए साथ लेकर आये .
- अरण्यक 74 / 10 इससे यह सिद्ध होता हैं की शुद्र को रामायण काल में तपस्या करने पर किसी भी प्रकार की कोई रोक नहीं थी।
- यहां कोटमसर गुफा के अलावा कैलाश गुफा , दण्डक गुफा , अरण्यक गुफा और चारों तरफ हरीतिमा के साथ फैली घाटियां प्रकृतिप्रेमियों का मन मोह लेती हैं।