अलता का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- सुबह नई खाट बनाने के लिए बांस छिलते वक्त बांस की एक खोंच ने सुनैना की मध्यमा उंगली को खरोच दिया था जिस पर उसने पड़ोसी से मांगकर अलता ( नेल पालिश ) लगा लिया था लेकिन फिर भी थाली में से पानी उठाते समय वह छन-छन जल रहा था।
- गायेंगे तो आप उसे मन की मोहब्बत में घुला अनुराग बुलाइएगा ? लल्ली बरसात का पानी में लेसराया साड़ी समेट रही थी, मने असमंजस था कि कड़ाही में चूड़ा भूज लें कि पाव भर पकौड़ी छान लें, उखड़े मन छनछनाई बोलीं, तुमलोक को सरम नहीं लगता कि इसके और उसके पीछे साहित्तिक अलता सजाते चलते हो?
- सबसे पहले उस नागरिक को सुबह जागकर , शौच आदि क्रियाओं से फ्री होकर , दांतों को साफ करके उचित मात्रा में मस्तक में चंदन आदि का लेप करके , बालों को धूप से सुवासित कर तथा सुगंधित माला आदि को पहनकर सिक्थम ( मोम ) तथा अलरक्तक ( अलता ) का उपयोग करके शीशे में चेहरे को देखकर सुगंधित तम्बाकू आदि खाकर दैनिक कार्यों को करना चाहिए।
- प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक ने इस बाबत बताया कि इस माह में प्रखंड के और अन्य चार महादलित क्षेत्र में शिविर का आयोजन किया जाएगा जिसमें बड़ीजान पंचायत के पाठामारी में पांच फरवरी , अलता कमलपुर पंचायत के हरिजन टोला में 0 6 , भवानीगंज मुसहर टोला में 0 7 तथा मजगंवा पंचायत कन्हैयाबाड़ी शगुफता सुपर मार्केट में 0 9 फरवरी को शिविर लगाया जाएगा जिसमें सभी प्रकार के रोगियों की जांच उपरांत नि : शुल्क दवाई और चश्मा दिया जाएगा।
- प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक ने इस बाबत बताया कि इस माह में प्रखंड के और अन्य चार महादलित क्षेत्र में शिविर का आयोजन किया जाएगा जिसमें बड़ीजान पंचायत के पाठामारी में पांच फरवरी , अलता कमलपुर पंचायत के हरिजन टोला में 0 6 , भवानीगंज मुसहर टोला में 0 7 तथा मजगंवा पंचायत कन्हैयाबाड़ी शगुफता सुपर मार्केट में 0 9 फरवरी को शिविर लगाया जाएगा जिसमें सभी प्रकार के रोगियों की जांच उपरांत नि : शुल्क दवाई और चश्मा दिया जाएगा।
- पूजन सामग्री गन्ना , ठेकुआ ( मीठा पकवान ) , नारियल , गागल ( टाभ ) , सरीफा , पानी वाला सिंघाड़ा , पत्ते वाला अदरक , आ॓ल , केला , सेब , संतरा , सुथनी , मूली , पत्ता वाला हल्दी , अनानास , पान का पत्ता , सुपाड़ी , अलता , साठी के चावल व चिड़वा , कोसी , दीया , ढकनी , सूप , दौउरा , चांदनी ( नया कपड़ा ) बिहार के लोग जहां भी गये अपने साथ छठ की परंपरा को भी ले गए।
- पूजन सामग्री गन्ना , ठेकुआ ( मीठा पकवान ) , नारियल , गागल ( टाभ ) , सरीफा , पानी वाला सिंघाड़ा , पत्ते वाला अदरक , आ॓ल , केला , सेब , संतरा , सुथनी , मूली , पत्ता वाला हल्दी , अनानास , पान का पत्ता , सुपाड़ी , अलता , साठी के चावल व चिड़वा , कोसी , दीया , ढकनी , सूप , दौउरा , चांदनी ( नया कपड़ा ) बिहार के लोग जहां भी गये अपने साथ छठ की परंपरा को भी ले गए।