अलीजा का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- हैदर ने सुना , अलीजा कह रही थी - “ इस बार तो हम बहुत परेशान हैं | ईश्वर ने इस बार बहुत सूखा डाल दिया है , अकाल पड़ने की नौबत आ गई है | हम तो दिन-रात यही प्रार्थना कर रहे हैं कि खूब बारिश हो | ”
- हैदर ने सुना , अलीजा कह रही थी - “ इस बार तो हम बहुत परेशान हैं | ईश्वर ने इस बार बहुत सूखा डाल दिया है , अकाल पड़ने की नौबत आ गई है | हम तो दिन-रात यही प्रार्थना कर रहे हैं कि खूब बारिश हो | ”
- अगले दिन की बात है | हैदर ने सुना कि कमरे के अंदर अलीजा और सोरा की आपस में बहस करने की आवाज आ रही है | वह ध्यान से सुनने की कोशिश करने लगा | उसे उत्सुकता थी कि सदा हिल-मिल कर रहने वाली बहनें किस बात पर झगड़ रही हैं |
- पिता को अलीजा की बात जंच गई और उसने सोरा की मां से कहा - “ तुम सोरा के लिए बुआ से जिक्र करना , हो सकता है कि उनकी जानकारी में सोरा के लायक कोई वर हो | वैसे भी तुम्हारी बुआ जग-बुआ है | वह मोहल्ले-गांव की खूब खोज-खबर रखती है | ”
- एक दिन अलीजा ने अपने पिता से कहा - “ पिता जी , मेरा विचार है कि अब आपको सोरा का विवाह करके अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो जाना चाहिए | सोरा यूं भी अकेली रहने के कारण उदास रहने लगी है | उसको ससुराल में नए लोग मिलेंगे तो मुझे भूल जाएगी | वरना यूं ही सूख कर कांटा हो जाएगी | ”
- इसके पश्चात हैदर ने गांव के पंडित को जमींदार गेदाना के परिवार व पुत्र की जानकारी लेने के लिए पड़ोस के गांव में भेज दिया | पंडित जमींदार के घर पहुंचा तो यह जानकर बहुत खुश हुआ कि जमींदार का इकलौता पुत्र विवाह योग्य था | पंडित बहुत ज्ञानी होने के साथ-साथ अनुभवी भी था | उसने तुरंत हैदर की बेटी के विवाह का प्रस्ताव जमींदार गेदाना के आगे रख दिया | साथ ही अलीजा के रूप-गुण की खूब प्रशंसा की |
- कुछ ही दिनों में अलीजा का विवाह गेदाना के बेटे समर से हो गया | सोरा अकेली रह गई | वह अब ज्यादा हंसती-बोलती नहीं थी , अक्सर उदास होकर अपनी बहन अलीजा को याद करती रहती थी | अलीजा अपनी ससुराल में बहुत सुख से रहने लगी | उसके पति व ससुर के पास बहुत बड़े खेत थे , जहां हर मौसम की फसल उगाई जाती थी | अलीजा जब भी पिता के घर आती , अपने पिता व ससुराल की प्रशंसा करते न थकती थी |
- कुछ ही दिनों में अलीजा का विवाह गेदाना के बेटे समर से हो गया | सोरा अकेली रह गई | वह अब ज्यादा हंसती-बोलती नहीं थी , अक्सर उदास होकर अपनी बहन अलीजा को याद करती रहती थी | अलीजा अपनी ससुराल में बहुत सुख से रहने लगी | उसके पति व ससुर के पास बहुत बड़े खेत थे , जहां हर मौसम की फसल उगाई जाती थी | अलीजा जब भी पिता के घर आती , अपने पिता व ससुराल की प्रशंसा करते न थकती थी |
- कुछ ही दिनों में अलीजा का विवाह गेदाना के बेटे समर से हो गया | सोरा अकेली रह गई | वह अब ज्यादा हंसती-बोलती नहीं थी , अक्सर उदास होकर अपनी बहन अलीजा को याद करती रहती थी | अलीजा अपनी ससुराल में बहुत सुख से रहने लगी | उसके पति व ससुर के पास बहुत बड़े खेत थे , जहां हर मौसम की फसल उगाई जाती थी | अलीजा जब भी पिता के घर आती , अपने पिता व ससुराल की प्रशंसा करते न थकती थी |
- कुछ ही दिनों में अलीजा का विवाह गेदाना के बेटे समर से हो गया | सोरा अकेली रह गई | वह अब ज्यादा हंसती-बोलती नहीं थी , अक्सर उदास होकर अपनी बहन अलीजा को याद करती रहती थी | अलीजा अपनी ससुराल में बहुत सुख से रहने लगी | उसके पति व ससुर के पास बहुत बड़े खेत थे , जहां हर मौसम की फसल उगाई जाती थी | अलीजा जब भी पिता के घर आती , अपने पिता व ससुराल की प्रशंसा करते न थकती थी |