अवयवी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- कुछ वैज्ञानिक अवयवी के ममी-~ भूतवास्तविक रूप या उन अवयवियों के खनिजान्तरित अथवा पथराये हुए साँचे को हा सिर्फफासिल मानते हैं .
- इसके विपक्ष में वसुबंधु का मत है कि एक अवयवीविषय नहीं हो सकताहै , क्योंकि अवयवों से भिन्न अवयवी का कहीं ग्रहणनहींहोता है.
- निष्कर्ष : रंगों की विचलन-दूरी समान नहीं होने के कारण प्रिज्म के अन्दर दुबारा अवयवी रंग पुनः एकत्रित नहीं हो पाते हैं।
- अनुकूलित संबंध काफ़ी कड़े हो सकते हैं और बदलते हुए परिवेश में अवयवी के व्यवहार पर उनका नगण्य-सा ही प्रभाव पड़ता है।
- ठोसों को उनके अवयवी कणों की व्यवस्था में उपस्थित क्रम की प्रकृति के आधार पर क्रिस्टलीय और अक्रिस्टलीय में वर्गीकृत किया जाता है।
- अवयव का यहाँ गौण प्रयोग हुआ है , मुख्य प्रयोग तो इसका अवयवी के ( द्रव्य के ) अंग रूप में प्रसिद्ध है।
- अवयवी का यह सारा जटिल कार्य , उसे अपने को परिस्थिति के अनुकूल ढ़ालने और जीवनीय समस्याएं हल करने की संभावनाएं देता है।
- उस क्रिया से उसके अवयवों में विभाग होता है , विभाग से अवयवी ( घट ) के आरंभक संयोगों का नाश होता है।
- उदाहरण के लिए , चाक्षुष ग्राही का विकास अवयवी द्वारा अपने को सूर्य के विसरित प्रकाश के परावर्तन के अनुकूल बनाने पर निर्भर था।
- कणाद यह कहते हैं कि जिस सम्बन्ध के कारण अवयवों में अवयवी , व्यक्ति में जाति आदि का बोध होता है , वह समवाय कहलाता है।