अशरण का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- हाँ , यही नाम था उस रिकॉर्ड का जिसमे संगीत दिया था श्री ह्रदयनाथ मंगेशकर जी ने और गीत लिखे थे पण्डित नरेंद्र शर्मा ने और स्वर था भारत कोकिला सुश्री लता मंगेशकर दीदी का ! http://www.raaga.com/channels/hindi/movie/HD000710.html asharan sharane shyaam hare : अशरण शरने श्याम हरे
- हाँ , यही नाम था उस रिकॉर्ड का जिसमे संगीत दिया था श्री ह्रदयनाथ मंगेशकर जी ने और गीत लिखे थे पण्डित नरेंद्र शर्मा ने और स्वर था भारत कोकिला सुश्री लता मंगेशकर दीदी का ! http://www.raaga.com/channels/hindi/movie/HD000710.html asharan sharane shyaam hare : अशरण शरने श्याम हरे
- शुभ कर्म कर्ता तो स्वयं तर जाए अपने कर्म से ज्ञानी तारे निज ज्ञान से धर्मात्मा निज धर्म से जिसके न कुछ आधार हो कुल दृव्य विद्या बल नहो तेरे सकल बेकल सकल कल प्रांत में भी कल न हो उस दीन के तुम बंधु हो बल हीन की प्रभु शक्ति हो अशरण शरण भव भय हरण तुम ज्ञान कर्म सुभक्ति हो
- अशरण शरने श्याम हरे एक और फ़िल्म थी जीवन ज्योति , १९५४ में इस फ़िल्म का निर्माण हुआ था और जिसके १ गीत के बोल हैं , “ मन शीतल , नैना सुफल , जोड़ी जुगल सुहाई ..... ओ देखो , देखो , नज़र लग जाए ना ” जिसे संगीत्बध्ध किया था सचिन देव बर्मन जी ने और इस फ़िल्म के दूसरे गीत , साहीर साहब ने लिखे थे ।
- मुरली तेरा मुरलीधर॥२५३॥ वह आया आ बैठ गया अत्यत पास तेरे मधुकर छू जाती निद्रा को उसकी श्वास निकटतम हा निर्झर गयी न फ़िर भी नीद निगोडी चूक गया उसका दर्शन टेर रहा निद्रानिर्मूला मुरली तेरा मुरलीधर॥२५४॥ तू हतभाग्य अधेरे मे ही खडा समीप रहा मधुकर ज्योती न कभी टिमटिमायी सूना विलखता दीप निर्झर उर्जस्वित कामना अनल से उसका मूढ न किया ज्वलित टेर रहा है ज्योतिनिर्झरी मुरली तेरा मुरलीधर॥२५५॥ - अन्य चिट्ठों की प्रविष्टियाँ - # शील और अनुशासन : सच्चा शरणम मौन बैठे हो क्यों मेरे अशरण शरण..
- शुभ कर्म करता तो स्वयं तर जाए अपने कर्म से ज्ञानी तरे निज ज्ञान से धर्मात्मा निज धर्म से जिसके न कुछ आधार हो कुल दृव्य विद्या बल न हो तेरे सकल बेकल सकल कल प्रान्त में भी कल न हो उस दीन के बंधू हो तुम बल हीन की प्रभु शक्ति हो अशरण शरण भव भय हरण तुम ज्ञान कर्म सुभक्ति हो अर्थात आप यदि अच्छे कर्म वाले है तो वह कर्म है , ज्ञानियों का ज्ञान धर्मात्माओं का धर्म रूप भी वही है ओर जिसके पास कुल .