अश्मरी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- छोटी अश्मरी कभी कभी अपने आप बाहर निकल आती है , पर बड़े आकार की अश्मरियों को शल्य से निकाला जा सकता है।
- छोटी अश्मरी कभी कभी अपने आप बाहर निकल आती है , पर बड़े आकार की अश्मरियों को शल्य से निकाला जा सकता है।
- अश्मरी भेदन में ( पथरी को तोड़ना , मूत्र मार्ग से ही बाहर निकालना ) हेतू भी इसे उपयोगी माना गया है।
- अश्मरी भेदन ( पथरी को तोड़ना , मूत्र मार्ग से ही बाहर निकाल देना ) हेतु भी इसे उपयोगी माना है ।
- यह मधुर , स्नेहक, मूत्रविरेचनीय, बाजीकर तथा शोथहर होने के कारण मूत्रकृच्छ्र, अश्मरी, प्रमेह, नपुंसकत्व, सुजाक, वस्तिशोथ तथा वातरोगों में लाभदायक माना जाता है।
- मूत्राशय कर्कट के कारणों में मूत्र अवरोधन , संक्रमण, विपुटी अश्मरी तथा ऐनिलीन, बेंजीडीन आदि रासायनिक रंजकों का आहार में प्रयोग भी होता है।
- विभिन्न विकारो मे वैद्यवर्ग द्वारा इसको प्रयोग किया जाता है , मुत्रकृच्छ, सोजाक, अश्मरी, बस्तिशोथ, वृक्कविकार, प्रमेह, नपुंसकता, ओवेरियन रोग, वीर्य क्षीणता मे इसका प्रयोग किया जाता है ।
- श्री भाव मिश्र गोक्षुर को मूत्राशय का शोधन करने वाला , अश्मरी भेदक बताते हैं व लिखते हैं कि पेट के समस्त रोगों की गोखरू सर्वश्रेष्ठ दवा है ।
- श्री भाव मिश्र गोक्षुर को मूत्राशय का शोधन करने वाला , अश्मरी भेदक बताते हैं व लिखते हैं कि पेट के समस्त रोगों की गोखरू सर्वश्रेष्ठ दवा है ।
- पीनश में - इसकी पत्ती का रस नाक में टपकाना चाहिये | पाढ की क्वाथ , बस्ती दाह ,क्षत ,रक्तातिसार , अश्मरी (पथरी) और पेचिश इन रोगों का नाश करता है |