अष्टांग का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- धारणा अष्टांग योग विद्या का एक अंग है ।
- अष्टांग वैद्यक : आयुर्वेद के आठ विभाग
- अष्टांग लवण चूर्ण : स्वादिष्ट तथा रुचिवर्द्धक।
- जैसे शेषांग , चतुरंग, नवरंग या अष्टांग आदि।
- अष्टांग परिक्रमा बहुत पुण्यदायिनी मानी जाती है।
- वे चतुर्दशपूर्वधर और अष्टांग महानिमित्त के पारगामी श्रुतकेवली थे।
- अष्टांग लवण चूर्ण : स्वादिष्ट तथा रुचिवर्द्धक।
- प्रवाह , आसन, हठ मिश्रण: ईआइ आयंगर, अष्टांग .... आदि
- इन्हें अष्टांग योग भी कहा जाता है।
- अष्टांग मार्ग ' यह है अति सुंदर