असंतोषी का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- तुम्हें तो भगवान ने संसार की सर्वश्रेष्ठ योनि प्रदान की है , जिसमें विवेकशीलता का सद्गुण विधमान है , फिर तुम क्यों इतने बड़े असंतोषी बने हुए हो कि मात्र अपने जीवन के लिए ही नहीं पीढियों के भविष्य की चिंता में पाप मार्ग को अपनाने में भी संकोच नहीं करते और इस मार्ग को अपनाने में किये गये कर्मों के फलों के बदले क्या दण्ड मिलेगा , तनिक भी यह सोचने को अपने लिए कुछ क्षण तो निकाल ही लेनेे चाहिए।