असक्त का अर्थ
उदाहरण वाक्य
- बाइबिल खोलकर पढ़ो- - सभागृह में स्त्री ( लूकस 13:10-17) - गेहूँ की बालें तोड़ते शिष्य (मारकुस 2:23-28) - सूखे हाथ वाला मनुष्य (मारकुस 3:1-6) - जलकुण्ड का असक्त व्यक्ति (योहन 5:2-18) - जन्मान्ध व्यक्ति (योहन 9:1-41) यह पढ़ने में रुचिकर है और यह दिखाता है कि हमारे प्रभु येसु सामान्य ज्ञान और जनसाधारण के समर्थक थे।
- रात्रि के 12 बजे उसने अपनी आंखें खोली , वह अपने पास बैठे हुये देख मुझे पहचान गया और पागलों की भांति अपनी खुशी का इजहार करने लगा , यद्यपि वह स्वयं को असक्त महसूस कर रहा था , फिर भी अपनी आंखों और होंठों की मुस्कुराहट से जितना अपनी खुशी का बयां कर सकता था , सब कुछ वह कर रहा था ।
- जनता जो लोकतंत्र में मालिक होती है उसे गुलाम समझा जाने लगा और प्रजा भी अपने आप को असक्त और गुलाम समझने पर मजबूर होने लगी . इस तरह से इन तथाकथित राजा और महारानियो ने अपनी गद्दी बचाए रखने के लिए बड़ी बेदर्दी से पार्टियों में आतंरिक जनतंत्र की हत्या कर दी.जिससे ये सारी की सारी क्षेत्रीय पार्टिया चंद मुट्ठी भर लोगो की जागीर हो गयी.
- वही बसपा के कददावर व धनाड््य नेता पूर्व पर्यटन मंत्री और वर्तमान पर्दानशीन एम . एल . सी . भी न तो दलितो के बीच गये यहां तक कि २ ७ घरो के हजारो स्त्री पुरुष बच्चे आगजनी के चलते खुले आसमान के नीचे जीवन गुजार रहे है उनमें कई गर्भवती महिलाएं है कुछ असक्त वृद्ध स्त्री पुरुष है उनकी सुधि लेना तो दूर घटना की निंदा तक से सपा बसपा के नेता परहेज कर रहे है ।
- विषयासक्त मन जीव को संसार-संकट में डाल देता है , विषयहीन होने पर वही उसे शांतिमय मोक्ष पद प्राप्त करा देते है | जिस प्रकार घी से भीगी हुई बत्ती को खानेवाले दीपक से तो धूएँ वाली शिखा निकलती रहती है और जब घी समाप्त हो जाता है तब वह अपने कारण अग्नि तत्व में लीन हो जाता है- उसी प्रकार विषय और कर्मों में असक्त हुआ मन तरह-तरह की वृत्तियों का आश्रय लिए रहता है और इनसे मुक्त होने पर वह अपने तत्व में लीन हो जाता है || ८ ||